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ट्रांसफर ड्राइव फाइलों में अटका, शिक्षकों में बढ़ा रोष

शैक्षणिक सत्र आधा बीता, मगर अब तक नहीं निकला शेड्यूल शैक्षणिक सत्र 2025-26 का आधा समय बीत चुका है, लेकिन अब तक शिक्षा विभाग द्वारा शिक्षक ट्रांसफर ड्राइव का शेड्यूल घोषित नहीं किया गया है। विभाग ने नई संशोधित...
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शैक्षणिक सत्र आधा बीता, मगर अब तक नहीं निकला शेड्यूल

शैक्षणिक सत्र 2025-26 का आधा समय बीत चुका है, लेकिन अब तक शिक्षा विभाग द्वारा शिक्षक ट्रांसफर ड्राइव का शेड्यूल घोषित नहीं किया गया है। विभाग ने नई संशोधित नीति तैयार कर ली है और एमआईएस पोर्टल पर डाटा सत्यापन व रेशनलाइजेशन की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। इसके बावजूद फाइलें दफ्तरों में ही अटकी हुई हैं, जिससे हजारों शिक्षकों में गहरी नाराजगी है।

शिक्षक संगठनों का कहना है कि बार-बार आश्वासन मिलने के बाद भी ट्रांसफर ड्राइव शुरू न होना सरकार और विभाग की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर रहा है। शिक्षक तबादला करवाओ संघर्ष समिति इस मुद्दे को लेकर पहले ही शिक्षा मंत्री के आवास पर सांकेतिक भूख हड़ताल कर चुकी है।

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समिति पदाधिकारियों का कहना है कि सरकार और विभाग की ओर से कई दौर की बैठकें की गईं, वादे भी हुए, मगर अब तक ठोस परिणाम सामने नहीं आया। राज्य प्रधान कृष्ण कुमार निर्माण, राज्य महिला प्रधान जसबीर कौर और राज्य प्रेस सचिव ऋषिराज नरवाल का कहना है कि विभाग की यह देरी न केवल शिक्षकों की अपेक्षाओं को ठेस पहुंचा रही है, बल्कि सरकार की ड्रीम पॉलिसी पर भी सवाल उठ रहे हैं।

वादों से बढ़ा असंतोष

समिति ने आरोप लगाया कि रेशनलाइजेशन, एमआईएस अपडेट, फोन नंबर तक अपडेट करवाने और यहां तक कि मॉडल/पीएमश्री स्कूलों के लिए परीक्षाएं आयोजित करवाने जैसी जटिल प्रक्रियाएं पूरी करवाई जा चुकी हैं। इसके बावजूद ट्रांसफर ड्राइव शुरू नहीं की गई। उनका कहना है कि इस लापरवाही से न केवल शिक्षकों का विश्वास टूट रहा है, बल्कि शिक्षा विभाग की साख भी धूमिल हो रही है।

हजारों शिक्षक, जो वर्षों से ट्रांसफर की प्रतीक्षा कर रहे हैं, इस देरी से सबसे ज्यादा प्रभावित हैं। विशेषकर दूर-दराज और अस्थायी स्टेशनों पर कार्यरत शिक्षक लंबे समय से कठिन परिस्थितियों में डटे हुए हैं। दूसरी ओर, समय पर ट्रांसफर न होने से स्कूलों में छात्र-शिक्षक अनुपात भी बिगड़ रहा है।

मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री से उम्मीदें

राज्य प्रधान कृष्ण कुमार निर्माण ने दावा किया कि स्वयं मुख्यमंत्री समिति से ट्रांसफर ड्राइव शुरू करने का वादा कर चुके हैं। शिक्षा मंत्री भी सार्वजनिक मंचों से कई बार इसकी घोषणा कर चुके हैं। विभागीय स्तर पर सभी प्रक्रियाएं पूरी होने के बावजूद फाइलों का दबना शिक्षकों के धैर्य की परीक्षा ले रहा है।

समिति ने सरकार को चेतावनी दी है कि यदि जल्द ही ट्रांसफर ड्राइव का शेड्यूल जारी नहीं किया गया तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा। शिक्षकों का कहना है कि सरकार को तुरंत ट्रांसफर ड्राइव शुरू करनी चाहिए, ताकि शिक्षकों को राहत मिल सके और शिक्षा व्यवस्था को मजबूती दी जा सके।

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