मुख्य समाचारदेशविदेशहरियाणाचंडीगढ़पंजाबहिमाचलबिज़नेसखेलगुरुग्रामकरनालडोंट मिसएक्सप्लेनेरट्रेंडिंगलाइफस्टाइल

हरियाणा में असिस्टेंट प्रोफेसरों की ट्रांसफर ड्राइव शुरू

ऑनलाइन प्रक्रिया, पारदर्शिता और टाइमलाइन के सख्त नियम पर जोर
Advertisement
हरियाणा सरकार ने सरकारी कॉलेजों में स्टाफ बैलेंसिंग और विषयवार शिक्षक उपलब्धता सुधारने की दिशा में बड़ा कदम उठाते हुए असिस्टेंट प्रोफेसरों की ट्रांसफर ड्राइव को मंजूरी दे दी है। उच्चतर शिक्षा विभाग ने इसे इस बार ‘स्ट्रक्चर्ड और टेक-ड्रिवन ट्रांसफर मॉडल’ के रूप में लागू किया है, ताकि कॉलेजों में लंबे समय से चल रही असमान तैनाती की समस्या दूर की जा सके। विभाग द्वारा जारी कार्यक्रम के मुताबिक 20 विषयों के असिस्टेंट प्रोफेसरों के लिए ट्रांसफर प्रक्रिया 18 नवंबर से शुरू हो रही है, जिसकी पूरी प्रक्रिया एचआरएमएस पोर्टल पर ऑनलाइन होगी। आवेदन 18 नवंबर से 2 दिसंबर तक लिए जाएंगे। इसके बाद 3 दिसंबर को सभी उम्मीदवारों का डिटेल स्कोर कार्ड जारी किया जाएगा, जो इस बार का नया और पारदर्शी कदम है।

4 से 10 दिसंबर के बीच शिक्षक अपने रिकॉर्ड में सुधार या किसी भी डेटा संबंधी आपत्ति दर्ज करा सकेंगे। अगले चरण में 19 से 25 जनवरी तक उम्मीदवार अपनी प्राथमिकताएं (चॉइस फिलिंग) भरेंगे। जिन पदों पर रिक्तियाँ बची रहेंगी, उनके लिए 31 जनवरी से 2 फरवरी तक अलग से चॉइस फिलिंग कराई जाएगी। 5 फरवरी को ट्रांसफर ऑर्डर जारी कर दिए जाएंगे। सरकार ने इस बार ओटीपी आधारित वेरिफिकेशन को हर चरण में अनिवार्य किया है, जिससे किसी भी प्रकार की मानवीय त्रुटि या बाहरी हस्तक्षेप की संभावना समाप्त हो सके।

Advertisement

यह नीति उन विषयों पर लागू होगी, जिनमें 80 या उससे अधिक स्वीकृत पद हैं। विभाग का मानना है कि नई व्यवस्था से कॉलेजों में जहां शिक्षक वर्षों से एक ही जगह टिके हुए हैं, वहां रोटेशन की पारदर्शी व्यवस्था बनेगी। साथ ही, जिन संस्थानों में स्टाफ की कमी थी, वहां विषयवार बैलेंसिंग सुनिश्चित होगी। सरकार का लक्ष्य है कि हर साल नियमित सामान्य ट्रांसफर ड्राइव आयोजित की जाए, जिसमें प्रत्येक पद के लिए 12 से 60 महीने का कार्यकाल मान्य होगा। नई ड्राइव को उच्च शिक्षा में प्रशासनिक सुधारों की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयोग माना जा रहा है।

 

 

Advertisement
Show comments