रोहित विद्यार्थी/निस
बहादुरगढ़, 24 जनवरी
कृषि कानूनों के विरोध में टीकरी बॉर्डर पर पिछले 60 दिनों से धरना दे रहे किसान रविवार को दिनभर ट्रैक्टर परेड को शांतिपूर्वक व व्यवस्थित तरीके से निकालने को लेकर तैयारियों में जुटे रहे। गणतंत्र दिवस पर दिल्ली में ट्रैक्टर परेड निकालने की अनुमति मिलने को लेकर किसान खुश व उत्साहित भी नजर आए।
टीकरी बॉर्डर और उसके साथ लगते बहादुरगढ़ में ट्रैक्टर-ट्रालियों का आना लगातार जारी है। ट्रैक्टरों पर पंजाबी, हरियाणवी गानों के अलावा देशभक्ति के गाने भी खूब बजते रहे। बहादुरगढ़ शहर के बीचोंबीच दिल्ली-रोहतक रोड के काफी हिस्से के अलावा अन्य प्रमुख मार्गों पर ट्रैक्टर-ट्रालियों के बढ़ते कारवां के चलते जाम की स्थिति बनी हुई है। हालांकि युवा किसान ट्रैफिक दुरुस्त करने और सर्विस लेन में वाहनों को कतारबद्ध करने में लगे हुए हैं ताकि किसी तरह की कोई परेशानी किसानों के साथ-साथ आमजन को न हो। धरनास्थल में शामिल किसान अमरेंद्र, सुखबीर, नरेंद्र, विकास, समेत कई अन्य किसानों ने बताया कि 26 जनवरी को किसान ट्रैक्टर परेड को दिल्ली में पूरी शांतिपूर्वक तरीके से निकाले जाने को लेकर हर बातों को ध्यान रखते हुए व्यवस्थाएं बना रहे हैं और वालिंटियर्स की ड्यूटी भी इसके लिए लगा रहे हैं।
तिरंगा व किसान यूनियन का लगा झंडा
किसान अपने ट्रैक्टरों पर किसान यूनियनों का झंडा लगाने के साथ-साथ तिरंगा भी लगाकर टीकरी बॉर्डर धरनास्थल की ओर बढ़ रहे हैं। शनिवार को विभिन्न खापों व संगठनों से जुड़े सदस्य व ग्रामीण भी अपने ट्रैक्टरों के साथ टीकरी बॉर्डर की ओर पहुंचे। ट्रैक्टरों व दूसरे वाहनों में किसानों ने खाने-पीने का सामान भी पूरा रखा हुआ था। वहीं काफी युवा भी ट्रैक्टर के बोनट व ट्राली में हुक्का रखकर उसे गुड़गुड़ाते हुए धरनास्थल की ओर जाते दिखे। टीकरी बॉर्डर से लेकर बहादुरगढ़ बाईपास व शहर के काफी हिस्से में ट्रैक्टर-ट्रालियों के काफिले खड़े हैं। जिसके कारण दिल्ली-रोहतक रोड, झज्जर रोड, रेलवे रोड, नाहरा-नाहरी रोड व अन्य कई मार्गों पर जाम की स्थिति बनी रहती है।
शांतिपूर्वक आंदोलन चलाने का आह्वान
पिछले कई दिनों से किसान संगठनों की ओर से गणतंत्र दिवस पर दिल्ली में ट्रैक्टर परेड निकालने का आह्वान किया हुआ है। इस परेड को शांतिपूर्ण तरीके से सफल बनाने के लिए जहां विभिन्न किसानों संगठनों से जुड़े सदस्य हर व्यवस्थाएं बनाने में लगे हुए हैं वहीं बार-बार धरनास्थल मुख्य मंच टीकरी बॉर्डर से किसानों से अनुशासन बनाए रखने और सौहार्दपूर्ण माहौल बनाए रखने की अपील की जाती रही।