पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा, सूरजकुंड मेला अब साल में दो बार
प्रदेश सरकार ने राज्य में पर्यटन को बढ़ावा देने और ऐतिहासिक स्थलों को संरक्षित करने के लिए कई बड़े फैसले लिए हैं। बजट 2025-26 में पर्यटन क्षेत्र के विकास के लिए 262.31 रुपए करोड़ का प्रावधान किया गया है। इसके तहत सरकारी टूरिस्ट कॉम्प्लेक्स को लीज पर देने, सूरजकुंड मेले को साल में दो बार आयोजित करने और कई ऐतिहासिक स्थलों को विकसित करने की योजना बनाई गई है। सूरजकुंड अंतर्राष्ट्रीय क्राफ्ट मेले की बढ़ती लोकप्रियता को देखते हुए इसका प्राथमिक ढांचा अपग्रेड किया जाएगा ताकि अधिक पर्यटकों को आकर्षित किया जा सके। राज्य में विभिन्न पर्यटन उत्सवों और मेलों का विस्तार किया जाएगा, जिससे स्थानीय कलाकारों और कारीगरों को प्रोत्साहन मिलेगा।
पर्यटन सुविधाओं को बेहतर बनाने और निजी निवेश आकर्षित करने के लिए हरियाणा सरकार पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) मॉडल के तहत कम से कम पांच सरकारी टूरिस्ट कॉम्प्लेक्स को लीज पर देगी। यह प्रक्रिया वित्त वर्ष 2025-26 में शुरू की जाएगी। इससे टूरिस्ट स्थलों पर सुविधाओं का विस्तार होगा और पर्यटन से होने वाली आय में वृद्धि होगी।
ऐतिहासिक स्थलों का विस्तार
कुरुक्षेत्र के ज्योतिसर क्षेत्र में 'महाभारत अनुभव केंद्र' का निर्माण किया जा रहा है, जिसकी अनुमानित लागत 205.58 रुपए करोड़ है और इसका 80% कार्य पूरा हो चुका है। राखीगढ़ी को विश्वस्तरीय पुरातात्विक स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा और यहां हर साल एक भव्य मेला आयोजित किया जाएगा।अग्रोहा में पुरातात्विक स्थल की खुदाई भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) की सहायता से की जाएगी। यादवेंद्र गार्डन, पिंजौर और मोरनी हिल्स को केंद्र सरकार के सहयोग से पुनः विकसित किया जाएगा।
टूरिज्म गाइड और सुविधाओं में सुधार
राज्य के सभी पर्यटन और ऐतिहासिक स्थलों पर टूरिस्ट गाइड की व्यवस्था की जाएगी और उन्हें विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा। फार्म स्टे और होम स्टे की संख्या को 100 तक बढ़ाया जाएगा। साथ ही, पर्यटकों की सुरक्षा और सुविधा को ध्यान में रखते हुए विभिन्न पर्यटन स्थलों पर वाई-फाई, लाइटिंग, साइन बोर्ड और अन्य बुनियादी सुविधाओं को अपग्रेड किया जाएगा।