हरियाणा में टोल वसूली का सबसे बड़ा घोटाला : दीपेंद्र हुड्डा
संसद में दिए गए आंकड़ों के अनुसार, हरियाणा में टोल वसूली 2014–15 के 461.88 करोड़ से बढ़कर 2025-26 में 2,324.95 करोड़ हो गई है। पिछले वर्ष की तुलना में इस साल अक्टूबर तक हरियाणा में 368.57 करोड़ रुपये अधिक वसूली हुई, जबकि गुजरात में 1928.57 करोड़ रुपये कम हुई। दीपेन्द्र हुड्डा ने कहा कि यह वृद्धि तब हो रही है जब न सड़कों की गुणवत्ता बेहतर हुई है, न टोल प्लाज़ाओं की संख्या कम हुई है, और न ही पारदर्शी समीक्षा नीति लागू की गई है।
दीपेन्द्र हुड्डा ने आरोप लगाया कि सरकार जनता की जेब से पैसा निचोड़कर निजी कंपनियों को लाभ पहुंचा रही है। उन्होंने कहा कि अनुबंधों की अवधि मनमाने तरीके से बढ़ाई जा रही है, जिससे दिल्ली-एनसीआर और हरियाणा के लाखों यात्रियों पर भारी आर्थिक बोझ पड़ रहा है। हुड्डा ने केंद्र से मांग की कि जहां परियोजनाएँ पूरी हो चुकी हैं, वहां टोल वसूली तुरंत बंद की जाए। साथ ही टोल-फ्री वैकल्पिक मार्ग सुनिश्चित किए जाएं। उन्होंने कहा कि हरियाणा में टोल वसूली और कम बजट आवंटन जैसी भेदभावपूर्ण नीति जनता के लिए स्वीकार्य नहीं है।
