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आज मतदाता बनेंगे भाग्यविधाता

हरियाणा की 90 सीटों के लिए मतदान सुबह 7 से शाम 6 बजे तक, परिणाम 8 को
रोहतक में शुक्रवार को मतदान केंद्र के लिए ईवीएम लेकर जाते चुनावकर्मी। - प्रेट्र
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दिनेश भारद्वाज/ट्रिन्यू

चंडीगढ़, 4 अक्तूबर

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हरियाणा के दो करोड़ से अधिक मतदाताओं ने सत्तारूढ़ भाजपा, प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस सहित सभी राजनीतिक दलों, निर्दलीयों के चुनावी वादों को देख, सुन और परख लिया है। अब मतदाता ही भाग्यविधाता हैं। हरियाणा विधानसभा की नब्बे सीटों के लिए शनिवार सुबह 7 से शाम छह बजे तक वोटिंग होगी। इसके बाद भी अगर कोई लाइन में लगा है तो वोट डालने दिया जाएगा। कुल 1031 उम्मीदवारों का भाग्य शनिवार को ईवीएम में बंद हो जाएगा। इनमें 930 पुरुष और 101 महिला उम्मीदवार शामिल हैं। प्रदेशभर में कुल 20 हजार 629 मतदान केंद्र स्थापित किए गए हैं।

भाजपा को जीत की हैट्रिक और कांग्रेस को सत्ता वापसी की उम्मीद है। वर्ष 2005 के बाद से इनेलो सत्ता से दूर है। इनेलो से अलग होकर अस्तित्व में आई जननायक जनता पार्टी (जजपा) पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला की अगुवाई में सवा चार वर्षों तक भाजपा-जजपा गठबंधन सरकार में सत्तासुख भोग चुकी है। इनेलो-बसपा के साथ और जजपा एएसपी के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ रही है। दोनों ही पार्टियां वजूद की लड़ाई लड़ रही हैं। उधर, दिल्ली और पंजाब में सत्तासीन आम आदमी पार्टी (आप) हरियाणा में खाता खोलने की जुगत में है।

भाजपा व कांग्रेस इस बार 89-89 सीटों पर चुनाव लड़ रही हैं। हालांकि भाजपा ने सभी नब्बे हलकों पर उम्मीदवार उतारे थे, लेकिन बाद में सिरसा के प्रत्याशी रोहतास जांगड़ा को हलोपा उम्मीदवार गोपाल कांडा के समर्थन में बैठा दिया। वहीं, कांग्रेस ने भिवानी की सीट सीपीआई-एम को दे दी। सीपीआई ने यहां से कामरेड ओमप्रकाश को टिकट दिया है। हरियाणा की राजनीति में यह पहला मौका है जब कांग्रेस विधानसभा चुनाव गठबंधन में लड़ रही है।

120 साल से अधिक उम्र के 32 वोटर

हरियाणा में 120 साल से अधिक उम्र के 16 महिलाएं और 16 पुरुष यानी 32 मतदाता हैं। वहीं 110 से 119 वर्ष आयु वर्ग के मतदाताओं की संख्या 275 और 100 से 109 वर्ष आयु वर्ग के वोटरों की संख्या 8514 है। 90 से 100 वर्ष आयु वर्ग के मतदाताओं का आंकड़ा 1 लाख 941 है।

युवाओं के हाथों में सत्ता की चाबी

सत्ता की असली चाबी युवाओं के पास है। कुल 5 लाख 24 हजार 514 युवा पहली बार के मतदाता हैं। वहीं, 20 से 29 वर्ष आयु वर्ग के मतदाताओं की संख्या 42 लाख 44 हजार 956, 30 से 39 वर्ष के 47 लाख 42 हजार 582 और 40 से 49 वर्ष आयु वर्ग के वोटरों की संख्या 39 लाख 86 हजार 571 है। यानी कुल युवा वोटरों की संख्या 1 करोड़ 34 लाख 98 हजार 623 है। प्रदेश में 50 वर्ष से अधिक उम्र के कुल 68 लाख 55 हजार 727 मतदाता हैं। यानी युवा जिस तरफ सत्ता उसके पास।

यह था पिछले चुनाव का परिणाम

2019 में भाजपा ने मनोहर लाल के नेतृत्व में विधानसभा चुनाव लड़ा था। भाजपा ने 40 सीटों पर जीत हासिल की थी। कांग्रेस को 31 और जजपा को 10 सीटें मिली थीं। सात निर्दलीय, एक इनेलो और एक हलोपा का विधायक बना। भाजपा ने जजपा और निर्दलीयों के समर्थन से सरकार चलाई। गत 12 मार्च को जजपा से भाजपा ने गठबंधन तोड़ दिया और मुख्यमंत्री बने नायब सिंह सैनी ने निर्दलीय विधायकों व सिरसा के गोपाल कांडा के समर्थन से बहुमत साबित किया।

मतदान के लिए ये लेकर जाएं साथ

पोलिंग स्टेशन पर जाते वक्त अपना वोटर कार्ड साथ लेकर जाना अनिवार्य है। वोटर लिस्ट में नाम है, लेकिन वोटर कार्ड नहीं है तो आधार कार्ड, पेन कार्ड, मनरेगा जॉब कार्ड, बैंक या डाकघर की फोटोयुक्त पासबुक, श्रम मंत्रालय का स्वास्थ्य बीमा स्मार्ट कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, पासपोर्ट, पेंशन दस्तावेज या आरजीआई के स्मार्ट कार्ड को दिखाकर भी वोट डाला जा सकता है। इसी तरह केंद्र व राज्य सरकार और सार्वजनिक उपक्रमों के फोटोयुक्त सेवा पहचान-पत्र, सांसद, विधायक व एमएलसी द्वारा जारी अाधिकारिक पहचान-पत्र के अलावा दिव्यांग पहचान-पत्र को दिखाकर भी वोट डाल सकेंगे।

पिछली बार हुई थी 67.74% वोटिंग

वर्ष 2019 के विधानसभा चुनाव में 67.74 प्रतिशत मतदान हुआ था। इस बार चुनाव आयोग ने 75 फीसदी का लक्ष्य रखा है। रिजर्व ईवीएम सहित कुल 27 हजार 866 ईवीएम (बैलेट यूनिट) का उपयोग होगा। साथ ही, 24 हजार 719 कंट्रोल यूनिट तथा 26 हजार 774 वीवीपैट मशीनों का उपयोग किया जाएगा।

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