हरेंद्र रापड़िया/हप्र
सोनीपत, 9 अप्रैल
जिला कारागार में तिनका तिनका फाउंडेशन द्वारा करीब दो साल पहले शुरू किए गए जेल रेडियो से बंदियों की जिदंगी बदल रही है। रेडियो से पंसदीदा कार्यक्रमों के प्रसारण से जहां गुमसुम रहने वाले चेहरे मुस्कुराने लगे हैं, वहीं उन्हें शिक्षा के लिए प्रेरित करने में भी मदद मिल रही है। जेल से बाहर की असल जिदंगी में मास्टर जी रहे मुख्य जॉकी एवं बंदी कुलजीत सिंह यहां पर भी ‘मास्टर जी’ की भूमिका निभाते हुए बंदियों में शिक्षा की अलख जगा रहे हैं। आलम यह है कि ओपन स्कूल व इग्नू में इनरोल होने वाले बंदियों की संख्या तेजी से बढ़कर 350 के पार पहुंच चुकी है। इतना ही नहीं, अब सोनीपत जेल में रविवार से शुरू की पोस्टकार्ड सेवा के तहत बंदी या कैदी पोस्टकार्ड पर अपना नाम व बैरक लिखकर अपनी पसंद के गाने, भजन व रागनी को रेडियो स्टेशन से सुन सकेंगे।
जिला कारागार में तिनका-तिनका फाउंडेशन की पहल से शुरू किए गए रेडियो स्टेशन ने बंदियों की जिंदगी में बदलाव आ रहा है। जेल सुधारक, शिक्षाविद और तिनका तिनका फाउंडेशन की संस्थापक डॉ. वर्तिका नंदा के सहयोग से वर्ष 2021 में सोनीपत जेल में रेडियो स्टेशन शुरू करवाया गया था। मुख्य जॉकी कुलजीत सिंह असल जिंदगी में अध्यापक रहे हैं। जेल रेडियो शुरू होने के बाद से बंदियों को लगातार मोटिवेशनल प्रोग्राम के जरिए उन्हें शिक्षित होने के लिए प्रेरित कर रहे हैं। रविवार को डॉ. वर्तिका नंदा ने जेल पहुंचकर जेल अधीक्षक राजेंद्र सिंह के सहयोग से पोस्टकार्ड सेवा शुरू की। इसके तहत कोई भी बंदी व कैदी पोस्टकार्ड पर खुद अपने हाथों से अपनी पंसद का गीत, भजन या रागनी लिख कर भेजेगा। उसके बाद रेडिया स्टेशन से उद्घोषणा होगी कि अमुक बैरक से इस नाम के बंदी या कैदी ने यह फरमाइश भेजी है। इसमें शर्त यह है कि कार्ड खुद लिखना होगा। इसके पीछे का उद्देश्य बंदियों व कैदियों में शिक्षा को बढ़ावा देना है।
अब दो महिला बंदी बनेंगी रेडियाे जॉकी
डॉ. वर्तिका नंदा बताती हैं कि जेल रेडियो बंदियों व कैदियों की जिंदगी में मुस्कुराहट लाने में मददगार साबित हो रहा है। इसके साथ ही शिक्षा को बढ़ावा दिया जा रहा है। अब सोनीपत जेल में दो महिला बंदी भी रेडियो जॉकी की भूमिका निभाएंगी। इसके साथ ही जेल में अपनी माताओं संग रह रहे बच्चों को कविता पाठ या अन्य कार्यक्रम प्रस्तुत करने को प्रेरित किया जा रहा है।
‘मास्टर जी’ को दिया तिनका-तिनका इंडिया अवार्ड
जिला कारागार में अपने 10 साथियों संग मिलकर बखूबी जेल रेडियो स्टेशन चला रहे मास्टर जी के नाम से पहचान बना चुके कैदी कुलजीत सिंह को तिनका-तिनका इंडिया अवार्ड दिया गया। डॉ. वर्तिका नंदा ने रविवार को रेडियो स्टेशन पहुंचकर उन्हें यह अवार्ड दिया।
बंदी उठा रहे रेडियो प्रसारण का लाभ
सोनीपत जेल में बंद करीब 1300 बंदी रेडियो प्रसारण का खूब लाभ उठा रहे हैं। रेडियो स्टेशन को सुबह साढ़े 9 बजे शुरू किया जाता है। इस पर साढ़े तीन घंटे तक गाने, रागनी, भजन, गुरुवाणी व दिन विशेष को लेकर सूचना प्रसारित की जाती है। साथ ही फिर शाम को 5 से 6 बजे तक रेडियो स्टेशन पर भजन संध्या होती है।
जेल रेडियो शुरू होने से जेल का माहौल बदल रहा है। रोजाना चार-साढ़े चार घंटे के प्रसारण के दौरान जेल में बंद कैदियों और बंदियों की रुचि के अलावा मोटिवेशनल प्रोग्रामों का भी प्रसारण किया जाता है जिससे उन्हें अवसाद की ओर जाने से रोकने में मदद मिलती है। जेल रेडियो पर चलाए जाने वाले कार्यक्रमों से कैदियों का रुझान शिक्षा की ओर भी बढ़ा है।
-राजेंद्र सिंह, जेल अधीक्षक, जिला कारागार, सोनीपत