सोनीपत, 23 सितंबर (हप्र)
खरखौदा के बहुचर्चित शराब घोटाले व तस्करी मामले में सबसे बड़े सूत्रधार माने जाने वाले एनवी डिस्टिलरी के मालिक एसआईटी को गुमराह कर रहे हैं। तीन महीने तक लगातार नोटिस भेजने के बावजूद डिस्टलरी के मालिकों ने पहले तो कोई जवाब ही नहीं दिया, लेकिन अब जो जवाब दिया है उसमें केवल खानापूर्ति की गई है। पुलिस अधिकारियों के अनुसार जवाब संतोषजनक नहीं है। डिस्टलरी के मालिकों पर आगे की कार्रवाई की तैयारी चल रही है।
दरअसल, एनवी डिस्टलरी से शराब तस्करी से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियां मिल सकती थीं, लेकिन अभी तक एसआईटी जानकारियां जुटाने में नाकाम रही है। गौर हो कि, शराब तस्करी के आरोपी भूपेंद्र ने जांच के दौरान बताया था कि वह पंजाब के राजपुरा और अम्बाला की एनवी डिस्टलरी से शराब तस्करी करके लाता था।
इसके बावजूद पुलिस 3 महीने तक इस मामले में एनवी डिस्टलरी प्रबंधन को जांच में शामिल ही नहीं कर सकी। इस कारण भी जांच लटक गई थी। जबकि एसईटी भी इस डिस्टलरी में जांच करना चाहती थी, लेकिन उसे भी वहां जाने की अनुमति नहीं दी गई।
कई नोटिस के बावजूद उसे जांच में शामिल नहीं किया गया। पुलिस नोटिस से आगे नहीं बढ़ रही थी। वहीं, अब एनवी डिस्टलरी प्रबंधन ने नोटिस का जवाब दिया, तो वह भी ऐसा दिया कि उससे पुलिस के सामने कुछ भी निकल कर नहीं आया है।
‘एसआईटी कर रही है जांच’
एनवी डिस्टलरी के जवाब को पुलिस अधिकारी संतोषजनक नहीं मान रहे हैं। एसपी जश्नदीप सिंह रंधावा का कहना है कि इस मामले की जांच एसआईटी कर रही है। इसलिए ज्यादा जानकारी नहीं दे सकते हैं। एनवी डिस्टलरी को पहले कई नोटिस भेजे गए थे और कोई जवाब नहीं आया था। अब उसने ऐसा जवाब दिया है जो संतोषजनक नहीं है। इसलिए एनवी डिस्टलरी के मालिकों के खिलाफ आगे की कार्रवाई शुरू कर दी गई है। नियमों के अनुसार आगे की कार्रवाई की जाएगी।