चंडीगढ़, 27 अप्रैल (ट्रिन्यू)
हरियाणा में कांग्रेस इस बार करनाल की तरह ही गुरुग्राम लोकसभा सीट पर भी यूथ कार्ड चल सकती है। पार्टी के युवा चेहरे वर्द्धन यादव को गुरुग्राम से केंद्रीय मंत्री और भाजपा उम्मीदवार राव इंद्रजीत सिंह के मुकाबले चुनावी मैदान में उतारा जा सकता है। करनाल में पार्टी ने यूथ कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष दिव्यांशु बुद्धिराजा को पूर्व सीएम और भाजपा प्रत्याशी मनोहर लाल के सामने चुनावी मुकाबले में उतारा है।
सूत्रों का कहना है कि गुरुग्राम की सीट के लिए अब दो ही लोगों – फिल्म अभिनेता राज बब्बर और यूथ फेस वर्द्धन यादव के बीच मुकाबला चल रहा है। हरियाणा में लोकसभा की दस सीटों में से कुरुक्षेत्र इंडिया गठबंधन के तहत आम आदमी पार्टी के पास है। बाकी की नौ सीटों में से गुरुग्राम को छोड़कर बाकी आठ पर कांग्रेस अपने उम्मीदवार घोषित कर चुकी है। गुरुग्राम से सोशल एक्टिविस्ट योगेंद्र यादव के नाम की भी चर्चा थी।
अब इस तरह की खबरें हैं कि योगेंद्र यादव चुनाव नहीं लड़ना चाहते। वहीं हरियाणा प्रदेश प्रभारी दीपक बाबरिया द्वारा राज बब्बर का नाम आगे बढ़ाया हुआ है। दरअसल, यह दलील दी जा रही है कि राज बब्बर पिछड़ा वर्ग की कैटेगरी ‘ए’ यानी बीसीए से आते हैं। उन्हें टिकट देने का पार्टी में फायदा हो सकता है। वहीं दूसरी ओर, युवा कार्ड के रूप में विजय वर्द्धन का नाम लोकसभा टिकट के लिए आगे है।
माना जा रहा है कि हरियाणा कांग्रेस का एक धड़ा वर्द्धन यादव की टिकट की वकालत इसलिए भी कर रहा है ताकि इसका फायदा अहीरवाल बेल्ट में हो सके। कांग्रेस भिवानी-महेंद्रगढ़ से पहले ही महेंद्रगढ़ विधायक राव दान सिंह को चुनावी रण में उतार चुकी है। कांग्रेस नेताओं का मानना है – अगर यादव समाज से दो लोगों को टिकट दी जाती है तो इसका असर पूरी बेल्ट पर पड़ेगा। वर्द्धन यादव 2009 में दिल्ली यूनिवर्सिटी में रहते हुए ही छात्र राजनीति से एक्टिव हैं।
वे हरियाणा में कांग्रेस के छात्र संगठन – एनएसयूआई के प्रदेशाध्यक्ष भी रहे हैं। एनएसयूआई के राष्ट्रीय महासचिव के अलावा यूथ कांग्रेस के भी राष्ट्रीय महासचिव रह चुके हैं। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य रहे वर्द्धन यादव की गिनती राज्यसभा सांसद और रोहतक से कांग्रेस प्रत्याशी दीपेंद्र सिंह हुड्डा के करीबियों में होती है।
माना जा रहा है कि दीपेंद्र भी वर्द्धन यादव को टिकट दिए जाने के पक्ष में हैं। बादशाहपुर के किसान परिवार से संबद्ध रखने वाले वर्द्धन यादव का कोई राजनीतिक बैकग्राउंड नहीं है। वे लम्बे समय से कांग्रेस में सक्रिय हैं। माना जा रहा है कि एक-दो दिन में ही टिकट का फैसला हो सकता है। अब यह देखना रोचक रहेगा कि पार्टी विजय वर्द्धन पर दांव लगाती है या फिर राज बब्बर को मौका मिलता है।