यमुनानगर, 29 मई (हप्र)
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कुछ समय पहले चीन से हुए विवाद के बाद आत्मनिर्भर भारत का आह्वान किया था। जिसके बाद अलग-अलग प्रदेशों में कई क्षेत्रों से इस विषय में कार्य शुरू हुए हैं। देश में करोड़ों रुपए के खिलौने चाइना व ताइवान से आते रहे हैं। लेकिन अब देश में यह खिलौने बनने शुरू हो चुके हैं। इन खिलौनों के माध्यम से ही बच्चे खेल के साथ साथ शिक्षा भी ग्रहण करेंगे। यमुनानगर के ऐसे तीन विद्यार्थियों को केंद्र व प्रदेश सरकार ने प्रथम पुरस्कार देकर सम्मानित किया है। जिन्होंने ढाई सौ प्रकार के साइंटिफिक खिलौने तैयार किए हैं। यमुनानगर के यह होनहार विद्यार्थी स्टार्टअप स्मार्टसर्किटस इनोवेशन के तहत ग्रुप बनाकर कार्य कर रहे हैं। सचिन शर्मा, सौरभ कौशल व राघव शर्मा पिछले कई दिनों से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान के बाद साइंटिफिक खिलौने बनाने का प्रयास कर रहे थे। केंद्र सरकार की तरफ से आयोजित प्रतियोगिताओं में उन्होंने प्रथम स्थान प्राप्त करते हुए 25000 का इनाम भी प्राप्त किया। इस प्रतियोगिता का आयोजन शिक्षा मंत्रालय के इनोवेशन सेल द्वारा एआईसीटीई, महिला और बाल विकास मंत्रालय, वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय, एमएसएमई मंत्रालय, कपड़ा मंत्रालय और सूचना और प्रौद्योगिकी मंत्रालय के सहयोग से किया गया था। इन्हें ये पुरस्कार भारत सरकार द्धारा आयोजित टॉय कैथॉन के फिनाले में डॉ. नीरज सक्सेना, एडवाइजर, डेवलपमेंट सेल अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद, डॉ प्रद्योत कोलेय, असिस्टेंट इनोवेशन डायरेक्टर, मिनिस्ट्री ऑफ़ एजुकेशन इनोवेशन सेल ने दिया।