दिनेश भारद्वाज/ट्रिन्यू
चंडीगढ़, 16 अप्रैल
हरियाणा में लोकसभा चुनावों में इस बार कई सीट हॉट रहने वाली हैं। पूर्व सीएम मनोहर लाल के चुनावी रण में आने की वजह से करनाल पार्लियामेंट जहां प्रदेश की सबसे हॉट सीट है। वहीं रोहतक, गुरुग्राम, सोनीपत, अंबाला, सिरसा, भिवानी-महेंद्रगढ़ व हिसार के नतीजों का भी लोगों काे बेसब्री से इंतजार रहेगा। पहली बार ऐसा हो रहा है जब चौ़ देवीलाल परिवार के तीन सदस्य एक ही चुनाव में आमने-सामने होंगे।
इसी वजह से हिसार भी प्रदेश की हॉट और दिलचस्प सीट बन गई है। सत्तारूढ़ भाजपा ने यहां से प्रदेश के बिजली व जेल मंत्री चौ़ रणजीत सिंह चौटाला को अपना उम्मीदवार घोषित किया है। 2019 के विधानसभा चुनावों में रानियां (सिरसा) से निर्दलीय चुनाव जीते रणजीत सिंह ने नतीजों के तुरंत बाद ही भाजपा को बिना शर्त समर्थन देने का ऐलान कर दिया था। ऐसे में भाजपा ने उन्हें कैबिनेट मंत्री बनाया।
पार्टी द्वारा करवाए गए सर्वे में हिसार सीट से रणजीत सिंह को लेकर अच्छा रिस्पांस मिला तो भाजपा ने उन्हें अपना उम्मीदवार बनाने का फैसला लिया। 24 मार्च को रात करीब सवा आठ बजे रणजीत सिंह ने सिरसा में भाजपा की सदस्यता ग्रहण की। इसके कुछ मिनटों बाद ही उन्हें हिसार से प्रत्याशी घोषित कर दिया गया। हिसार से चुनाव जीतकर संसद पहुंचने की रणजीत सिंह की पुरानी तमन्ना है। वे इससे पहले भी हिसार से राजनीतिक किस्मत आजमा चुके हैं। रणजीत सिंह भूतपूर्व डिप्टी पीएम स्व़ चौ़ देवीलाल के बेटे हैं। रणजीत सिंह के बड़े भाई व पूर्व सीएम ओमप्रकाश चौटाला के बड़े बेटे डॉ़ अजय सिंह चौटाला की पत्नी नैना सिंह चौटाला जजपा टिकट पर हिसार से चुनाव लड़ेंगी। यानी वे हिसार में अपने ही चाचा ससुर को चुनौती देती नजर आएंगी। हालांकि अजय चौटाला इनेलो से अलग होकर खुद की पार्टी बना चुके हैं। पिता ओपी चौटाला और छोटे भाई अभय सिंह चौटाला के साथ अब अजय चौटाला और उनके परिवार की बोलचाल तक बंद है।
इसी तरह से देवीलाल पुत्र और भूतपूर्व विधायक स्व़ प्रताप सिंह चौटाला की पुत्रवधू सुनैना सिंह चौटाला भी हिसार से चुनावी रण में आ रही हैं। प्रताप सिंह के बेटे रवि चौटाला की पत्नी सुनैना चौटाला इनेलो में सक्रिय हैं। वे इनेलो महिला विंग की प्रधान महासचिव भी हैं।
इनेलो ने हिसार से सुनैना चौटाला को टिकट देने का निर्णय लिया है। ऐसे में इस बार हिसार संसदीय सीट से देवीलाल परिवार के ही तीन सदस्य चुनावी रण में होंगे। साफ है कि हिसार के इस चुनाव में रिश्ते भी दांव पर होंगे।
किसी चुनाव में पहली बार ऐसे हालात
हरियाणा की राजनीति में यह पहला चुनाव होगा, जब देवीलाल परिवार के तीन सदस्य आमने-सामने चुनाव लड़ रहे हैं। इससे भी बड़ी बात यह है कि परिवार की महिलाएं पहली बार यूं एक-दूसरे के खिलाफ वोट मांगती नज़र आएंगी। देवीलाल परिवार से राजनीति में सक्रिय होने वाली नैना चौटाला पहली महिला हैं। ससुर और पति के जेल जाने के बाद बदले हुए राजनीतिक हालात में 2014 में नैना ने पहली बार बाढ़डा से इनेलो टिकट पर चुनाव लड़ा था और जीत हासिल की थी। 2019 में जजपा का गठन होने की वजह से नैना ने अपनी ही पार्टी से बाढ़डा से चुनाव लड़ा और जीत हासिल की। अब परिवार की दूसरी बहू सुनैना चौटाला भी पिछले लगभग पांच वर्षों से राजनीति में सक्रिय हैं।