दिनेश भारद्वाज/ ट्रिन्यू
चंडीगढ़, 1 जून
राज्यसभा चुनाव में क्रॉस वोटिंग के खतरे के बीच कांग्रेस ने हरियाणा के अपने सभी विधायकों को दिल्ली तलब कर लिया है। पार्टी हाईकमान के निर्देशों पर बृहस्पतिवार को नयी दिल्ली में बैठक बुलाई गयी है। बताते हैं कि यह बैठक पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव (संगठन) केसी वेणुगोपाल लेंगे। हरियाणा मामलों के प्रभारी विवेक बंसल और पूर्व सीएम व विपक्ष के नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा सहित सभी विधायक इसमें मौजूद रहेंगे।
चौ. उदयभान को प्रदेशाध्यक्ष बनाए जाने के बाद से नाराज चल रहे आदमपुर के विधायक कुलदीप बिश्नोई को भी इस बैठक में बुलाया गया है। इससे पहले सोमवार को चंडीगढ़ में हुई कांग्रेस विधायक दल की बैठक में कुलदीप नहीं पहुंचे थे।
पूर्व केंद्रीय मंत्री विनोद शर्मा के बेटे कार्तिकेय शर्मा के जजपा के समर्थन से मैदान में आने के बाद क्रॉस वोटिंग का खतरा बढ़ा है। कांग्रेस ने पूर्व केंद्रीय मंत्री अजय माकन को हरियाणा से राज्यसभा के लिए प्रत्याशी बनाया है। माकन पर ‘बाहरी’ होने के आरोप लग रहे हैं। हालांकि, इसके जवाब में कांग्रेसियों ने यह कहना शुरू कर दिया है कि कार्तिकेय शर्मा भी बाहरी हैं। वे तर्क दे रहे हैं कि उनके पिता विनोद शर्मा पंजाब में राजनीति करते रहे हैं। वे पंजाब में यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष भी रहे और वहां से चुनाव भी लड़ते रहे हैं।
छत्तीसगढ़, राजस्थान ले जाने की तैयारी
यह भी संभव है कि विधायकों को अगले सप्ताहभर के लिए हरियाणा से बाहर घुमाने ले जाया जाए। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार है। ऐसे में कांग्रेस विधायकों को वहां ले जाया जा सकता है। दूसरा विकल्प राजस्थान है, क्योंकि वहां भी पार्टी के सरकार है। अब सभी की नज़रें इस बात पर हैं कि बृहस्पतिवार को बैठक में कांग्रेस क्या रणनीति तय करती है। हालांकि, कांग्रेसी दावा कर रहे हैं कि क्रॉस वोटिंग का खतरा भाजपा, जजपा में भी है।
आमने-सामने की टक्कर : कांग्रेस के अजय माकन और निर्दलीय कार्तिकेय शर्मा में आमने-सामने की टक्कर है। बेशक, कांग्रेस के पास 31 विधायक हैं और यह माकन की जीत के लिए काफी हैं, बशर्ते क्रॉस वोटिंग न हो। या फिर किन्हीं कारणों से विधायकों के वोट रद्द होने की नौबत न आए। कार्तिकेय के पास वर्तमान में भाजपा, जजपा, निर्दलीयों सहित अन्य विधायकों के वोट मिलाकर 28 तक पहुंचते हैं। इनमें महम से निर्दलीय विधायक बलराज कुंडू व ऐलनाबाद से इनेलो विधायक अभय सिंह चौटाला भी शामिल हैं। हालांकि दोनों ने अभी तक अपने पत्ते नहीं खोले हैं।