फतेहाबाद, 1 मई (हप्र)
जिले के हजारों बुजुर्गों को पिछले चार महीने से पेंशन नहीं मिल रही। भीषण गर्मी में बुजुर्ग अफसरों के चक्कर काट रहे हैं, लेकिन अभी तक उन्हें आश्वासन के सिवा कुछ नहीं मिला। इसका कारण इलाहाबाद बैंक का इंडियन बैंक में विलय के बाद आईएफएस कोड बदलना बताया जा रहा है, जिसे चंडीगढ़ मुख्यालय से अपडेट नहीं किया गया है।
बुधवार को भी चार महीने से पेंशन न मिलने से परेशान गांव ढाणी माजरा के अनेक पेंशनधारक बुजुर्ग एडीसी से मिले और उन्हें शिकायत पत्र सौंपकर उनकी पेंशन को जल्द उनके खातों में डालने की गुहार लगाई।
अतिरिक्त उपायुक्त राहुल मोदी ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि तकनीकी कारणों के चलते पेंशन रुकी हुई है। जल्द ही तकनीकी दिक्कतों को दूर कर लिया जाएगा और उनके खातों में पेंशन आ जाएगी।
एडीसी से मिलने आने वालों में छोटूराम, नरसी राम, जलीराम, बीरबल, राधेश्याम, राजाराम, नोरंग राय, भूप सिंह, जीतराम, बिमला देवी, रोशनी, बिरखा राम, कमला देवी, चावली देवी, सरस्वती, रामदेवी सहित दर्जनों ग्रामवासी शामिल रहे। गौरतलब है कि जिला समाज कल्याण अधिकारी रिश्वत के मामले में इस समय जेल में बंद हैं, जिस कारण विभाग का कामकाज प्रभावित हो रहा है। बता दें कि गांव ढाणी माजरा के लोगों की इलाहाबाद बैंक में पेंशन बनी हुई थी। इलाहाबाद बैंक का विलय इंडियन बैंक में हो गया। इसके बाद दो साल तक तो पेंशन आती रही, लेकिन जनवरी माह में अचानक इन बुजुर्गों की पेंशन आनी बंद हो गई। समाज कल्याण विभाग के सूत्रों के अनुसार विभाग ने उनके यहां इंडियन बैंक का आईएफएस कोड नहीं भेजा। इस बारे इंडियन बैंक के अधिकारियों का कहना है कि उन्होंने एक महीना पहले ही समाज कल्याण विभाग में एप्लीकेशन देकर सारा ब्योरा दे दिया था ताकि पात्र लोगों को पेंशन मिलने में कोई दिक्कत न हो।
समाज कल्याण विभाग के अधिकारी बोले
इस बारे में समाज कल्याण विभाग के अधिकारी मोहित जांगड़ा से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि उन्होंने मुख्यालय को इस बारे सूचना दे दी थी। वहां इस बारे अभी मॉडयूल बनाया जा रहा है। यह दिक्कत पूरे प्रदेश में है। जिला स्तर पर यह पॉवर आ जाएगी, जिसके बाद पेंशन संबंधी सभी शिकायतों को दूर कर दिया जाएगा। इसी महीने पेंशन आ जाएगी।