जिन्हें अविश्वास प्रस्ताव लाकर हटाया, भाग्य ने फिर जिता दिया
मदन लाल गर्ग/हप्र
फतेहाबाद, 24 जून
जिले की जाखल पंचायत समिति के अध्यक्ष व उपाध्यक्ष के चयन को लेकर हुए चुनाव में भाग्य का अजब फैसला देखने को मिला। हुआ यूं कि जाखल पंचायत समिति के अध्यक्ष व उपाध्यक्ष के प्रति अविश्वास प्रकट करते हुए सदस्यों ने 3 जून को अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग करते हुए पद से हटा दिया। जाखल पंचायत के कुल 10 सदस्यों में से 7 ने अविश्वास प्रस्ताव पारित कर अध्यक्ष जगतार सिंह व उपाध्यक्ष मीनू कंबोज को अपदस्थ कर दिया। इसके बाद जाखल पंचायत समिति के अध्यक्ष व उपाध्यक्ष पद पर चुनाव के लिए मतदान हुआ। मतदान में अध्यक्ष पद के लिए पूर्व अध्यक्ष जगतार सिंह व सुखविंदर सिंह तथा उपाध्यक्ष पद के लिए अपदस्थ की गई मीनू कंबोज व सर्वजीत कौर उम्मीदवार थे। मतदान संपन्न होने के बाद जब मतों की गिनती की गई तो सभी उम्मीदवारों को पांच-पांच बराबर संख्या में मत मिले। इस पर बैठक की अध्यक्षता कर रहे जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी अनूप कुमार ने उम्मीदवारों की सहमति से प्रधान और उपप्रधान पद के लिए पर्ची डालकर चुनाव करवाने का फैसला किया। भाग्य का संयोग देखें कि जिन्हें बीस दिन पहले कुर्सी से उतारा गया था। दोनों पर्चियों पर उन्हीं का नाम आया। इससे बीस दिन बाद जगतार सिंह अध्यक्ष व मीनू कंबोज उपाध्यक्ष पद पर विजयी घोषित कर दिए गए। अपने पदों पर पुनः निर्वाचित होने वाले दोनों पंचायत सदस्यों को पूर्व मंत्री देवेंद्र बबली समर्थक माना जाता है।
जाखल पंचायत समिति के चुनाव के लिए प्रशासन द्वारा सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए गए थे। पुलिस टीम के साथ थाना प्रभारी कुलदीप सिंह सुरक्षा का जिम्मा संभाल रहे थे। 12 बजे से पहले पंचायत समिति के सभी 10 सदस्य बीडीपीओ कार्यालय में पहुंच गए थे। इसके बाद डीडीपीओ अनूप कुमार के नेतृत्व में करीब साढ़े 12 बजे ब्लॉक समिति के अध्यक्ष व उपाध्यक्ष के लिए चुनाव प्रक्रिया शुरू की गई। ब्लॉक समिति के सभी 10 सदस्यों ने चुनाव में भाग लिया। ब्लॉक समिति प्रधान और उपप्रधान के लिए चुनाव ईवीएम से कराया गया।