चंडीगढ़ (ट्रिन्यू) : हरियाणा के जिन युवाओं की कोर्ट के मामलों या अन्य कारणों से सरकारी नौकरी छूट गई है तो ‘हरियाणा कौशल रोजगार निगम’ के माध्यम से दिए जाने वाले रोजगार में उनके ‘अनुभव’ की गणना करते हुए प्राथमिकता दी जाए। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने यह निर्देश मंगलवार को ‘हरियाणा कौशल रोजगार निगम’ से संबंधित वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक के दौरान दिए। बैठक अधिकारियों ने बताया कि अब तक निगम के पोर्टल पर कुल 32571 युवाओं के पंजीकरण की प्रक्रिया जारी है, जबकि 2,333 युवाओं का पंजीकरण पूर्ण हो चुका है। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को यह भी निर्देश दिए कि ‘हरियाणा कौशल रोजगार निगम’ में जिन पदों के लिए रजिस्टर्ड किया जाता है, उनकी भर्ती के लिए जब आवेदन आमंत्रित किए जाएं तो रजिस्टर्ड युवाओं को एसएमएस अलर्ट पहुंचना चाहिए।
दूरदृष्टा, जनचेतना के अग्रदूत, वैचारिक स्वतंत्रता के पुरोधा एवं समाजसेवी सरदार दयालसिंह मजीठिया ने 2 फरवरी, 1881 को लाहौर (अब पाकिस्तान) से ‘द ट्रिब्यून’ का प्रकाशन शुरू किया। विभाजन के बाद लाहौर से शिमला व अंबाला होते हुए यह समाचार पत्र अब चंडीगढ़ से प्रकाशित हो रहा है।
‘द ट्रिब्यून’ के सहयोगी प्रकाशनों के रूप में 15 अगस्त, 1978 को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर दैनिक ट्रिब्यून व पंजाबी ट्रिब्यून की शुरुआत हुई। द ट्रिब्यून प्रकाशन समूह का संचालन एक ट्रस्ट द्वारा किया जाता है।
हमें दूरदर्शी ट्रस्टियों डॉ. तुलसीदास (प्रेसीडेंट), न्यायमूर्ति डी. के. महाजन, लेफ्टिनेंट जनरल पी. एस. ज्ञानी, एच. आर. भाटिया, डॉ. एम. एस. रंधावा तथा तत्कालीन प्रधान संपादक प्रेम भाटिया का भावपूर्ण स्मरण करना जरूरी लगता है, जिनके प्रयासों से दैनिक ट्रिब्यून अस्तित्व में आया।