चंडीगढ़, 17 मई (ट्रिन्यू)
वरिष्ठ कांग्रेस नेत्री एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री कुमारी सैलजा ने कहा कि कोरोना की भयावह स्थिति के दौरान जिन कर्मियों ने अपनी जान को जोखिम में डालकर प्रदेश के लोगों की जान बचाने की हिम्मत जुटाई, उन्हें भाजपा-जजपा गठबंधन सरकार सम्मानित करने की बजाय घर बैठा रही है। स्वास्थ्य विभाग में ठेके पर लगाए गए इन 2212 कर्मियों की सेवा समाप्त कर दी गई हैं और अब ये फिर से अपना रोजगार हासिल करने के लिए तपती दोपहरी में भी धरने-प्रदर्शन को मजबूर हैं। मंगलवार को चंडीगढ़ से जारी एक बयान में सैलजा ने कहा कि कोरोना की वजह से प्रदेश में हालात बिगड़ने लगे तो स्वास्थ्य विभाग ने जुलाई 2020 में 2212 कर्मियों की ठेके पर भर्ती की थी। इनमें मेडिकल व पैरा-मेडिकल स्टाफ शामिल था। कोरोना पीड़ितों के पास जब हर कोई जाने से बच रहा था तो इन्होंने अपनी जान को जोखिम में डाला।
इनमें से किसी ने कोरोना के सैंपल एकत्रित किए तो किसी ने उन सैंपल की जांच की। पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि प्रदेशभर में स्वीकृत पदों के मुकाबले स्वास्थ्य विभाग में 36 प्रतिशत पद खाली पड़े हैं।