ट्रिब्यून न्यूज सर्विस
चंडीगढ़, 15 मार्च
पंचकूला में घग्गर के साथ बसे छह सेक्टरों – 23 से 28 तक के प्लॉटधारकों पर इन्हांसमेंट का बोझ नहीं पड़ेगा। दरअसल, यहां अधिग्रहित की गई भूमि घग्गर नदी की है या फिर शामलात की, इसकी भी सरकार जांच कराएगी। नारनौंद से जेजेपी विधायक रामकुमार गौतम ने विधानसभा में यह मुद्दा उठाया था। उनके बार-बार कहने के बाद आखिर में सीएम मनोहर लाल खट्टर को इस मुद्दे पर जवाब देना ही पड़ा।
यहां बता दें कि सेक्टर-24 में एमएलए और एक्स एमएलए की सोसायटी भी है। इसी सोसायटी में रामकुमार गौतम का भी फ्लैट है। इन्हांसमेंट का यह मुद्दा वे पहले भी कई बार उठा चुके हैं। गौतम ने कहा कि घग्गर के साथ लगते सेक्टरों के लोगों को 20-20 लाख रुपये की इन्हांसमेंट के नोटिस दिए हुए हैं। गौतम ने कहा कि यहां रहने वाले लोगों पर इन्हांसमेंट का बोझ नहीं डाला जाना चाहिए।
इस मुद्दे पर मुख्यमंत्री ने पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट जज की अध्यक्षता में कमेटी का भी गठन किया था। गौतम ने कहा कि इस कमेटी की रिपोर्ट में भी कहा गया है कि इन्हांसमेंट से यहां रहने वाले लोगों का कोई लेना-देना नहीं है। सीएम की ओर से सदन में कृषि मंत्री जयप्रकाश दलाल जवाब दे रहे थे। सीधे से सीधे जवाब तलब करते हुए गौतम ने कहा, ‘सीएम साहब आप ही जवाब दें। प्लीज स्टेंड एंड रिप्लाई’। इसके बाद सीएम ने बताया कि 1992 में घग्गर से जुड़े जमीन के इस मामले में अधिग्रहण का मुआवजा भी दे दिया।
उन्होंने कहा कि अब यह पता करेंगे कि यह जमीन घग्गर की थी या फिर शामलात। साथ ही, उन्होंने ऐलान किया कि पंचकूला के सेक्टर 23 से 28 तक प्लॉटधारकों को हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण द्वारा इन्हांसेंमेंट की राशि नहीं ली जाएगी। अगर किसी को इसके नोटिस गए हैं तो उसकी भी जांच कर वापस लिया जाएगा। स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता खुद यहां से विधायक हैं। ऐसे में उन्होंने भी इस पर कहा कि यह आम लोगों से जुड़ा मुद्दा है और समयबद्ध तरीके से इसका समाधान निकाला जाए।