बताने को कुछ नहीं था, इसलिए रद्द हुई पीएम की रैली : दीपेंद्र
उलटे कांग्रेस सरकार ने जो रेल कोच फैक्ट्री, अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा, झज्जर एम्स परिसर में 10 राष्ट्रीय संस्थान आदि मंजूर कराए, उन्हें भी या तो दूसरे प्रदेशों में भेज दिया गया या प्रोजेक्ट ही रद्द कर दिया गया। कांग्रेस के राज में मंजूरशुदा बड़ी-बड़ी परियोजनाएं हरियाणा से जाती रही और प्रदेश की बीजेपी सरकार मूकदर्शक बनी रही। उन्होंने कहा कि आज प्रदेश में सरकार नाम की कोई चीज नहीं है।
बीजेपी के सहयोगी दल बता रहे कि मुख्यमंत्री कह रहे हैं कि उनके हाथ में चपरासी की बदली करने का भी पावर नहीं है। मुख्यमंत्री जी के इस कथन पर कल केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने यह कहकर ठप्पा लगा दिया कि एएसआई संदीप लाठर की पत्नी को सरकारी नौकरी और बच्चों की पढ़ाई का खर्च सरकार उठायेगी। जबकि, अब तक इस तरह की घोषणा प्रदेश के मुख्यमंत्री के द्वारा की जाती रही है।
बीजेपी ने 11 साल में प्रदेश के विकास को ही नहीं बल्कि प्रदेश की राजनीति को भी पटरी से उतार दिया है। 2014 से पहले हरियाणा प्रति व्यक्ति आय, निवेश और रोजगार देने में नंबर 1 माना जाता था। प्रदेश के विकास की चमक पूरे देश को दिखती थी। आज उस हरियाणा में किसान से लेकर नौजवान तक हर कोई बीजेपी सरकार से त्रस्त है। महंगाई, बेरोजगारी, नशे की समस्या, चौपट कानून-व्यवस्था और भ्रष्टाचार के कारण प्रदेश विकास के हर पैमाने पर पिछड़ गया है।