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उठान व्यवस्था चरमराने से आज नहीं हुई खरीद

पूरे जिले में उठान व्यवस्था बिगड़ी, अधिकांश में मामूली लिफ्टिंग । शहर मंडी धान से फुल, सेक्टर-9 की सड़कें और हूडा ग्राउंड बना डंपिंग प्वाइंंट

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अम्बाला शहर मंडी में रविवार को धान की बोरियों के लगे चट्इे एवं सडक़ों-फड़ों पर सुखाया जा रहा धान। -हप्र
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जितेंद्र अग्रवाल/हप्र

अम्बाला शहर, 13 अक्तूबर

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चालू धान सीजन में क्षेत्र की सबसे बड़ी अम्बाला शहर की अनाज मंडी धान से अटी पड़ी है। व्यवस्था यहां तक बिगड़ चुकी है कि किसानों को सेक्टर-9 की सड़कों के अलावा सेक्टर-8 स्थित हूडा ग्राउंड तक में अपनी उपज को डालना पड़ रहा है। प्रशासन को इस स्थिति से निपटने के लिए आज खरीद बंद तक करनी पड़ी है।

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जानकारी के अनुसार जिला की सभी 7 मंडियों और उनसे जुड़े खरीद केंद्रों में उठान व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा चुकी है। इसके चलते खरीद एजेंसियां निर्धारित मानकों 17 प्रतिशत नमी तक वाला धान ही खरीद कर रहे हैं। फिलहाल मिलर भी कट लगाकर ज्यादा नमी वाला माल खरीदने से परहेज कर रहे हैं। जिस कारण उठान व्यवस्था पूरी तरह से चरमना गई है।

सरकारी खरीद एजेंसियों के पास तो भंडारण के लिए बड़े पैमाने पर कोई प्रबंधन आजादी के अमृत काल तक नहीं बन पाए। सारा धान मिलरों की अनुकंपा पर ही है, यदि वे समय रहते फसल उठाएंगे तभी मंडियों में आवक को रखने के लिए स्थान मिल पाएगा अन्यथा बोरियों में भर कर चट्ठे लगाए गए हैं और ज्यादा नमी युक्त धान सड़कों- फड़ों पर सुखाया जा रहा है।

जिला की सभी 15 मंडियों व खरीद केंद्रों पर 12 अक्तूबर शाम तक 224626.62 एमटी धान की आवक रिकॉर्ड की गई जिसमें से मात्र 32280.9 एमटी धान का ही उठान हो पाया। इस दौरान 22743 किसान धान की फ सल को लेकर खरीद केंद्रों पर पहुंचे लेकिन काफी किसानों की फसल अत्याधिक नमीयुक्त होने की आड़ में नहीं खरीदी गई।

इनमें से सरकारी व अन्य एजेंसियों द्वारा अब तक 142946.6 मीट्रिक टन धान को खरीदा चुका है। गत सीजन में इस अवधि में धान की आवक 312805 एमटी थी यानी गत वर्ष की तुलना में 90 हजार एमटी धान की आवक कम होने के बावजूद जिले में उठान व्यवस्था बुरी तरह से चरमरा चुकी है।

यदि हम मंडियों की बात करें तो शहर मंडी में आए 32688 एमटी धान में से 29686 एमटी धान खरीद एजेंसियां खरी कर चुकी हैं लेकिन उठान मात्र 15058 एमटी का ही हुआ है।

इसी प्रकार अम्बाला छावनी में 19727 एमटी में से खरीद 17613 एमटी की हुई लेकिन उठान मात्र 6258 एमटी का ही हुआ। सबसे बुरा हाल शहजादपुर मंडी का है जहां 22281 एमटी में से 17310 एमटी खरीद हुई लेकिन उठान एक दाना भी नहीं किया गया।

मार्केट कमेटी सचिव दलेल सिंह के अनुसार आज अम्बाला शहर अनाज मंडी में धान की कोई खरीद नहीं हुई क्योंकि मंडी में धान रखने की कोई जगह ही नहीं है। इसी कारण सेक्टर-9 की सड़कों और हूडा ग्राउंड तक धान को गिराया जा रहा है। आज केवल उठान करवाया जा रहा है ताकि स्थिति नियंत्रण में रहे।

''पूरी स्थिति पर नजर रखी जा रही है। सभी एजेंसियों के अधिकारियों को धान उठान कार्य में तेजी लाने के आदेश देते हुए मंडियों से धान खरीदने के बाद लिफ्टिंग के कार्य में जरा सी भी देरी नहीं करने को कहा गया है। साथ ही किसानों की फसल के लिये भुगतान राशि भी निर्धारित समयावधि में जमा करवाने को कहा गया है। यदि कोई भी एजेंसी उठान व भुगतान कार्य में लापरवाही बरतेगी तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी।'' -पार्थ गुप्ता, उपायुक्त अम्बाला।

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