फर्श पर बैठकर करते रहे अपनी बारी का इंतज़ार
सोनीपत, 19 अप्रैल (हप्र)
गर्मी बढ़ने के साथ ही नागरिक अस्पताल पहुंचने वाले मरीजों की संख्या बेहताशा बढ़ रही है। आलम यह है कि ओपीडी का आंकडा 1300 से बढ़कर 2100 तक जा पहुंचा। इन हालात में मरीजों को इलाज के लिए घंटों इंतजार करना पड़ रहा है। कुछ मरीज तो थक-हारकर अस्पताल के फर्श पर ही बैठे नजर आए। कई विभागों में अकेले डॉक्टर को ही 300 से अधिक मरीज देखने पड़ते हैं।
गर्मी का असर अब लोगों के स्वास्थ पर पडऩे लगा है। नागरिक अस्पताल में ओपीडी 2100 के करीब पहुंच गई है। सामान्य दिनों में यह अधिकतम औसतन 13 सौ रहती थी, लेकिन सोमवार और मंगलवार को अस्पताल में मरीजों की दिनभर कतार लगी रही। सुबह आठ बजे से ओपीडी का पंजीकरण शुरू हुआ है, दोपहर तक लोग लाइन में लगे रहे।
डाक्टरों के कमरों के बाहर भी मरीजों को लंबा इंतजार करना पड़ा। खासकर त्वचा रोग, मेडिसन वार्ड, स्त्री रोग विभाग और नेत्र रोग विशेषज्ञ के कमरे के बाहर मरीजों की भीड़ रही।
इस मौसम में त्वचा और आंखों के रोगी ही ज्यादा सामने आ रहे हैं। नेत्र रोग विभाग, त्वचा रोग विभाग, हड्डी रोग विभाग, ईएनटी व अन्य कई विभागों में एक-एक चिकित्सक है। ऐसे में 6 घंटे की ओपीडी में प्रत्येक डाक्टर को 150 से 300 मरीज देखने होते हैं। डाक्टर हर मरीज को हर एक-दो मिनट ही दे पाता है। सोमवार-मंगलवार को मरीजों के लिए बैठने की व्यवस्था भी कम पड़ जाती है।
मरीजों को थक-हारकर फर्श पर ही बैठना पड़ा है। वहीं नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. विकास चहल ने सोमवार को 308 और मंगलवार को 310 के करीब मरीजों का चैकअप कर दवाइयां लिखी।
गर्मी के कारण बढ़ रहे रोगी
डॉक्टरों के पद पड़े खाली: नागरिक अस्पताल में ओपीडी मेंं मरीज बढ़े हैं लेकिन यहां डाक्टरों की भारी कमी है। इलाज में जरा भी जटिलता आने पर स्वास्थ्य विभाग के समक्ष मरीज रेफर करने के सिवाय कोई दूसरा विकल्प नहीं होता है। मरीजों की दिक्कतें अब और बढ़ सकती हैं, क्योंकि कई डाक्टरों ने समर वेकेशन के लिए अप्लाई कर दिया है। अल्ट्रासाउंड करने के लिए छह महीने से अस्पताल में डाक्टर ही नहीं है।
क्या कहते हैं अधिकारी : डॉ. जयकिशोर, सिविल सर्जन, सोनीपत ने कहा कि गर्मी में रोगियों की संख्या बढ़ी है। सीमित संसाधनों में भी बेहतर चिकित्सा सुविधाएं देने का प्रयास किया जा रहा है। जिन विभागों में एक-एक डाक्टर है, उनमें वैकल्पिक व्यवस्था की जाएगी।
सूखने लगे जोहड़, पेयजल की भी किल्लत
नूंह/मेवात (निस): अरावली की पहाड़ियों से चौतरफा घिरे जिला (नूंह) मेवात में मौसम तेवर तीखे हो गये हैं, प्रदेश के साथ-साथ यहां पर तापमान 44 डिग्री सेल्सियस पार कर गया है और पहाड़ों की तलहटी में बसे गांवों में तापमान 45 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया जा रहा है। पिछले तीन दिनों से चिलचिलाती धूप व लू के कारण रात में भी लोगों को सुकून नहीं मिल पा रहा। भीषण गर्मी व तेज धूप के कारण लोगों को बिजली और पानी पर्याप्त मात्रा में न मिलने की भी मार पड़ रही है। लोगों का आरोप है कि सभी शहर व सभी गांव की बत्ती काटकर सप्लाई की महज खानापूर्ति की जा रही है। सबसे ज्यादा परेशानी काम काजी लोगों व स्कूली बच्चों को उठानी पड़ रही हैं। ग्रामीण इलाकों में नहरों-नालों में जलस्तर घट गया है तो जोहड़ भी सूखने लगे हैं।
पानी की कमी से ग्रामीण परेशान
कनीना (निस): कनीना खंड के गांव पड़तल में पेयजल की किल्लत होने से ग्रामीण परेशान हैं। इस बारे में ग्रामीण सुनील कुमार ने बीडीपीओ शिकायत भेजकर पानी की समस्या को दूर किये जाने की मांग की है। उन्होंने 29 मार्च को ई-मेल के जरिये शिकायत भेजी थी। जिसमें पानी सप्लाई न होने की बात कही गई थी। उन्होंने बताया कि गर्मी में उनके नजदीक करीब 4 घरों में पानी नहीं पंहुच पा रहा है।
20-21 को हो सकती है बूंदाबांदी: गोहाना (निस): 20 अप्रैल की रात और 21 अप्रैल को आंशिक बादल छाए रह सकते हैं। मंगलवार को हिसार स्थित चौ. चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के हवाले से कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के गोहाना एस.डी.ओ. डॉ. राजेंद्र प्रसाद मेहरा के अनुसार दोनों दिन धूलभरी आंधियां चल सकती हैं। साथ में गरज-दमक के साथ छिटपुट बूंदाबांदी संभव है।