घरौंडा, 6 जनवरी (निस)
नई अनाज मंडी में खाद लेने के लिए पहुंचे किसानों ने खाद विक्रेता पर कालाबाजारी व जबरन अनावश्यक दवाई थोपने के आरोप लगाए हैं। खाद न मिलने से गुस्साए किसानों ने दुकान पर जमकर बवाल काटा। सूचना के बाद कृषि अधिकारी व पुलिस मौके पर पहुंच गई और किसानों की समस्या सुनी। किसानों ने लिखित शिकायत कृषि अधिकारी को सौंपी। कृषि अधिकारी ने आश्वस्त किया कि किसान की शिकायत पर नियमानुसार कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
डीएपी खाद के बाद अब किसानों के बीच यूरिया के लिए हाहाकार मचा हुआ है। खाद की किल्लत ने किसानों की परेशानियों को बढ़ा दिया है। किसान खाद विक्रेताओं पर कालाबाजारी के आरोप लगा रहे हैं। इतना ही नहीं किसानों को खाद के साथ जबरन अनावश्यक दवाईयां थोपी जा रही है। किसानों ने बृहस्पतिवार को नई अनाज मंडी स्थित जनता खाद भंडार पर जबरदस्त हंगामा कर दिया।
कृषि अधिकारी डॉ. राहुल दहिया पुलिस के साथ मौके पर पहुंचे और किसानों से बातचीत की और उन्हें शांत किया। किसान बस्तीराम, रामकुमार, बलदेव सिंह, राममेहर व अन्य का आरोप है कि जनता खाद भंडार पर सुबह से पांच गाड़ियां आ चुकी हैं, जबकि दुकानदार उन्हें यह कह रहा है कि ये गाड़ियां उसकी नहीं है। ट्रक ड्राइवर से पूछा गया तो उसने पांच गाड़ियां जनता खाद भंडार की होने की बात कही। मौके पर एक ही गाड़ी खड़ी मिली है जबकि अन्य चार गाड़ियों को बाहर से बाहर ही ब्लैक कर दिया गया है। इतना ही नहीं दो कट्टों के साथ बेवजह साढ़े चार सौ रुपए की दवाइयां थोपी जा रही हैं।
दिनभर बांटी खाद
जगाधरी (निस) : बृहस्पतिवार को जिले में यूरिया का रैक लग गया, इसका पता चलते ही इफको सेल्स सेंटर व पैक्स केंद्रों में किसानों की भीड़ लग गई। दिन भर यूरिया खाद बांटने का काम चलता रहा। इफको यूरिया खाद का रैक लगा। इसमें 26 सौ एमटी खाद था। कृषि विभाग के उप निदेशक डा. जसवींद्र सैनी ने बताया कि इफको कंपनी का लगभग 56 हजार बैग यूरिया खाद आया है। यह सारा पैक्स केंद्रों में जरूरत अनुसार भेजा गया है।
दो दिन एनएफएल कंपनी का 24 सौ टन यूरिया खाद आया था। यह सारा प्राइवेट दुकानों पर भेजा गया था। उन्होंने किसानों से आधार कार्ड पर केवल जरूरतनुसार यूरिया खाद लेने की अपील की है।
” किसानों ने शिकायत की थी कि जनता खाद भंडार पर उनको खाद नहीं दी जा रही। अगर खाद दे भी रहे हैं तो उसके साथ दवाइयां भी थोपी जा रही हैं। वहीं किसानों ने पांच गाड़ियां जरूर देखी हैं लेकिन वे यहां पर नहीं उतरी हैं। पीओएस मशीन में जब तक एंट्री नहीं होती तब तक खाद नहीं बेच सकते। एक ट्रक पीओएस मशीन में आया है, इसको बंटवा दिया जाएगा। जो शिकायत दुकानदार के खिलाफ मिली है उसे उच्चाधिकारियों को भेज दिया जाएगा। ”
-डॉ. राहुल दहिया, खंड कृषि अधिकारी