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शासन-प्रशासन की कार्यप्रणाली में किसी का हस्तक्षेप नहीं होना चाहिए : श्रुति चौधरी

छह माह बाद हुई ग्रीवेंस कमेटी की बैठक में 7 मामलों की जांच के आदेश
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मदन लाल गर्ग/हप्र

फतेहाबाद, 10 जुलाई

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प्रदेश की महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रुति चौधरी ने कहा कि शासन और प्रशासन की कार्यप्रणाली में किसी का हस्तक्षेप नहीं होना चाहिए। जनता को उनके न्यायसंगत हक के लिए संघर्ष न करना पड़े, इसके लिए व्यवस्था को इतना प्रभावी और संवेदनशील बनाया जाना चाहिए कि समस्याओं का समाधान समयबद्ध और निष्पक्ष ढंग से हो। मंत्री बृहस्पतिवार को स्थानीय डीपीआरसी भवन में आयोजित जिला लोक संपर्क एवं जनपरिवाद समिति की बैठक की अध्यक्षता कर रही थीं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नायब सैनी के नेतृत्व में प्रदेश सरकार आमजन की समस्याओं को प्राथमिकता के आधार पर हल करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे प्रत्येक शिकायत को गंभीरता से लें और समाधान में पारदर्शिता सुनिश्चित करें। बैठक में कुल 16 शिकायतों में से 9 मामलों का मौके पर ही समाधान कर किया गया जबकि 7 मामलों में विभागीय जांच के आदेश दिए गए।

टोहाना के सुरेंद्र कुमार उर्फ सलीम ने शिकायत दी कि उसने आरट आई के माध्यम से नगर परिषद की 108 नंबर की मैनेजमेंट बुक (एमबी) के पेज की प्रति लेने बारे आवेदन किया था। परन्तु नगर परिषद के पास एमबी का रिकॉर्ड नहीं है। उन्हें जवाब मिला कि एमबी गुम है, जबकि उसकी कोई एफआईआर दर्ज नहीं है जिस पर नगर आयुक्त की गैरहाजिरी में नगर परिषद के कार्यकारी अधिकारी ने बताया कि तत्कालीन कार्यकारी अधिकारियों से उनके कार्यकाल में गुम हुई एमबी बारे नोटिस जारी कर जवाब तलब किया गया और नगर परिषद टोहाना की तकनीकी शाखा में उक्त अवधि के दौरान जो अधिकारी व कर्मचारी कार्यरत रहे हैं, उन्हें नोटिस जारी कर जवाब तलब किया जाएगा। जिस पर मंत्री ने असंतुष्टि जाहिर करते हुए कहा कि यह गंभीर मामला है तो इसकी तुरंत एफआईआर दर्ज करवाई जाए और अगली बैठक में अधिकारियों की जवाबदेही निश्चित कर उन पर एफआईआर और विभागीय कार्यवाही की जाए।

भिवानी के भारत नगर निवासी अध्यापिका पूजा गौड़ ने शिकायत रखी तो मंत्री ने मंच पर ही बुला लिया। महिला ने बताया कि उसके पति की मई 2021 में मृत्यु हो गई थी और उसके ससुर उनकी गांव हिजरावा कलां में खेती की जमीन पर काश्त करने में रुकावट पैदा कर रहे हैं और उन्होंने इसकी शिकायत पुलिस में की तो उनके ससुर के रिश्तेदार डीएसपी अनावश्यक रूप से प्रभावित कर रहे हैं। इस पर मंत्री ने पुलिस विभाग के अधिकारियों से कहा कि किसी के हक में दखल बर्दाश्त नहीं होगा। हक मांगने वाले को पीड़ित नहीं कर सकते। मंत्री ने एक बार फिर से निष्पक्ष जांच के आदेश देते हुए डीएसपी रतिया को निर्देश दिए कि वे जांच कर इसकी रिपोर्ट अगली बैठक में प्रस्तुत करें।  मौके पर डीसी मनदीप कौर, एसपी सिद्धांत जैन, एडीसी अनुराग ढालिया, भाजपा जिलाध्यक्ष प्रवीण जोड़ा, जिला परिषद अध्यक्ष सुमन खिचड़, एसडीएम राजेश कुमार, प्रतीक हुड्डा, सुरेश कुमार, जिप सीईओ सुरेश कुमार, नगराधीश गौरव गुप्ता, डीडीपीओ अनूप सिंह, भाजपा पूर्व जिलाध्यक्ष बलदेव ग्रोहा व टेकचंद मिढ्डा मौजूद रहे।

ये शिकायतें भी आईं

-भरपुर निवासी सूरजभान ने शिकायत दी कि उनके गांव के जसविंद्र, रामू, सुभाष चंद, कांता देवी धोखाधड़ी से विकलांगता पेंशन प्राप्त कर रहे हैं। इस मामले में जिला समाज कल्याण अधिकारी ने बताया कि विभाग ने नोटिस जारी कर रिकवरी राशि जमा करवाने बारे लिखा है। लाभार्थियों ने 50 हजार रुपये जमा करवा दिए है। विभाग कार्रवाई कर रहा है। मंत्री ने आदेश दिए कि गलत तरीके से ली गई पेंशन का शत प्रतिशत रिकवरी सुनिश्चित होनी चाहिए।

-किरढ़ान निवासी देवेंद्र कुमार ने शिकायत रखी कि उसके पास स्कॉर्पियों गाड़ी है और रजिस्ट्रेशन फतेहाबाद अथॉरिटी में है। कर्मचारियों ने मिलीभगत करके गाड़ी की एनओसी किसी अन्य व्यक्ति के नाम जारी कर दी। एसडीएम फतेहाबाद ने बताया कि एनओसी बहादुरगढ़ रजिस्ट्रेशन अथॉरिटी के नाम हो गई है और उन्हें इसे दुरूस्त कर एनओसी देने बारे कई बार लिखा है परन्तु तकनीकी वजह से यह नहीं हो पाया। मंत्री ने एसडीएम को निर्देश दिए कि बहादुरगढ़ अथॉरिटी से एनओसी प्राप्त करने के लिए एसडीएम कार्यालय एक अधिकारी व कर्मचारी को नियुक्त करें और प्रार्थी को अविलंब एनओसी जारी करवाएं।

- चिंदड़ निवासी नत्थु राम ने शिकायत दी कि रिश्ते में भांजे सीता राम के लड़के संदीप को आरोपियों ने लाठी डंडों से पीटकर 15 अगस्त 2024 को मॉडल टाउन फतेहाबाद में मार डाला था। इस एफआईआर में पुलिस मुख्य आरोपी को ट्रेस नहीं कर रही है। डीएसपी ने बताया कि अभियोग में कुल 12 आरोपीगण की गिरफ्तारी की गई है और अभियोग थाना शहर फतेहाबाद में अंकित हुआ है। मंत्री ने मामले की गंभीरता को समझते हुए एसपी को पुन: जांच करने के आदेश देते हुए कहा कि प्रार्थी की संतुष्टि की जाए। कोई भी दोषी बचना नहीं चाहिए।

-काजलहेड़ी निवासी सतीश कुमार ने शिकायत रखी कि वर्ष 2018 में गांव में पंचायत द्वारा पीने के पानी की पाइप लाइन बिछाई गई थी परन्तु लोगों को घरों तक पानी की बूंद नहीं पहुंची। बीडीपीओ ने बताया कि पूर्व सरपंच द्वारा 4 लाख 31 हजार रुपये की लागत से यह काम करवाया गया था, पेयजल की पाइपें जगह-जगह से टूटी हुई हैं जिस वजह से पानी की सप्लाई नहीं हो पाई। मंत्री ने पंचायत विभाग को निर्देश दिए कि लोगों को पीने के पानी की समूचित सप्लाई सुनिश्चित करने के लिए डी-प्लान के तहत इस कार्य को पूरा करवाया जाए।

महिला को घुटनाें पर बैठक कर बतानी पड़ी समस्या, तीनों विधायक रहे नदारद

करीब 6 माह बाद हुई ग्रीवेंस कमेटी की बैठक में भिवानी निवासी पूजा गौड़ जब अपनी शिकायत बताने लगी तो मंत्री ने उन्हें मंच पर बुला लिया, लेकिन महिलाओं के प्रति असंवेदनशीलता देखने को मिली। किसी अधिकारी या भाजपा नेता ने उन्हें कुर्सी तक देना मुनासिब नहीं समझा। महिला अध्यापिका पूजा गौड़ मंत्री श्रुति चौधरी को अपनी शिकायत घुटनों के बल मंच पर बैठकर बताती रही। मंत्री, प्रशासन व मंच पर बैठे भाजपा नेताओं ने उन्हें कुर्सी तक ऑफर नहीं की। वहीं बैठक में जिले के तीनों विधायक नदारद रहे। परमवीर सिंह, जरनैल सिंह व बलवान दौलतपुरिया तीनों कांग्रेस के विधायक हैं। बताया गया है कि बैठक की सूचना प्रशासन ने बुधवार दोपहर बाद दी। जिसकी शिकायत विधायक बलवान सिंह दौलतपूरियां ने मुख्यमंत्री से भी की है।

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