दिनेश भारद्वाज/ट्रिन्यू
चंडीगढ़, 21 जून
हरियाणा में राज्यसभा चुनाव में हुए ‘खेल’ को लेकर पार्टी के तीन वरिष्ठ नेताओं ने हाईकमान को अपनी रिपोर्ट सौंप दी है। चुनाव में उम्मीदवार रहे अजय माकन और पर्यवेक्षक शक्ति सिंह गोहिल और राजीव शुक्ला की यह रिपोर्ट आने वाले दिनों में कांग्रेस दिग्गजों में बड़ा टकराव खड़ा कर सकती है। वहीं पार्टी के हरियाणा मामलों के प्रभारी विवेक बंसल की रिपोर्ट अभी तक नेतृत्व को नहीं मिली है।
मंगलवार को तीनों नेताओं ने अपनी विस्तृत रिपोर्ट सौंप दी। रिपोर्ट में आदमपुर विधायक कुलदीप बिश्नोई द्वारा क्रॉस वोटिंग करने के साथ-साथ एक विधायक का वोट रद्द होने का उल्लेख किया गया है। अंदरुनी सूत्रों की मानें तो इस रिपोर्ट में उस विधायक के नाम का भी जिक्र बताया जा रहा है, जिसका वोट रद्द हुआ है। हालांकि अधिकारिक तौर पर किसी ने इसकी पुष्टि नहीं की है। सीलबंद लिफाफे में दी गई यह रिपोर्ट हरियाणा में कांग्रेस की राजनीति में बड़ा विस्फोट कर सकती है।
दिल्ली से जुड़े सूत्रों के अनुसार, पार्टी नेतृत्व ने राज्यसभा में हुई इस हार को काफी गंभीरता से लिया है। पार्टी के पास राज्यसभा चुनाव जीतने के लिए पर्याप्त संख्याबल भी था। बिश्नोई की क्रॉस वोटिंग के बाद भी अजय माकन चुनाव जीत सकते थे, लेकिन एक विधायक द्वारा गलत वोट डालने की वजह से उनका वोट रद्द हो गया। ऐसे में अजय माकन के पास 29 ही विधायकों के वोट बचे। भाजपा के दूसरे प्रत्याशी कार्तिकेय शर्मा को इसका लाभ मिला और वे जीत हासिल करने में कामयाब रहे। कांग्रेस यह तो पहले से ही मानकर चल रही थी कि बिश्नोई का वोट अजय माकन को नहीं मिलेगा, लेकिन एक और विधायक का वोट रद्द होने की दूर-दूर तक भनक नहीं थी। हालांकि अभी तक स्पष्ट तौर पर यह खुलासा नहीं हो पाया है कि 30 में से किस विधायक का वोट रद्द हुआ है। इस बाबत राजीव शुक्ला से बात भी करने की कोशिश की गई, लेकिन उनका फोन ही नहीं उठा। यहां बता दें कि पार्टी ने इस चुनाव की गंभीरता को देखते हुए हरियाणा मामलों के प्रभारी विवेक बंसल को अहम जिम्मेदारी सौंपी थी।
अंदर की बात
दरअसल, कुलदीप बिश्नोई द्वारा क्रॉस वोटिंग करने का खुलासा उसी समय हो गया था जब मतदान केंद्र में कांग्रेस विधायकों के वोट देखने के लिए अधिकृत विवेक बंसल ने कुलदीप का वोट देकर विरोध किया था। वे अपनी सीट से एकदम उठकर खड़े हो गए थे और कुलदीप द्वारा अजय माकन की बजाय कार्तिकेय शर्मा को वोट दिए जाने पर नाराज़गी जताई थी। हालांकि यह पूरा घटनाक्रम कांग्रेस की उस रणनीति के पूरी तरह से खिलाफ था, जो रायपुर (छत्तीसगढ़) के मेफेयर लेकर रिसोर्ट में हुई मॉक-ड्रिल के दौरान तय की गई थी। बिश्नोई के क्रॉस वोटिंग करने इसकी आशंका पार्टी को पहले से ही थी। इसीलिए रायपुर में ट्रेनिंग के दौरान राज्यसभा सदस्य शक्ति सिंह गोहिल ने यह समझाया था कि अगर कोई विधायक क्रॉस वोटिंग भी करता है तो उस समय न तो हंगामा करना और न ही किसी तरह का विरोध करना। अलबत्ता क्रॉस वोटिंग करने वाले विधायक को यह कहना था – आपने कमाल कर दिया। कांग्रेस को वोट देकर आपने साबित कर दिया कि आपकी अंतर-आत्मा की आवाज कांग्रेस में ही बसती है। ऐसी स्थिति में कुलदीप बिश्नोई अपनी वोट भी कार्तिकेय शर्मा के एजेंट को दिखा सकते थे ताकि वे यह साबित कर सकें कि उन्होंने कांग्रेस को वोट न देकर क्रॉस वोटिंग की है। ऐसी स्थिति में कुलदीप का वोट रद्द हो सकता था।
”राज्यसभा चुनाव को लेकर पार्टी उम्मीदवार अजय माकन तथा पर्यवेक्षक शक्ति सिंह गोहिल व राजीव शुक्ला ने पार्टी हाईकमान को रिपोर्ट सौंप दी है। चुनाव को लेकर उन्होंने विस्तृत रिपोर्ट दी है। अब रिपोर्ट में क्या है, इसकी मुझे कोई जानकारी नहीं है। वैसे भी यह पार्टी का अदंरूनी मामला है। ”
-दीपेंद्र हुड्डा, राज्यसभा सदस्य