चंडीगढ़, 18 सितंबर (ट्रिन्यू)
हरियाणा के क्लर्कों की पिछले 30 साल में पदोन्नति न होने का मामला तूल पकड़ रहा है। फील्ड में कार्यरत क्लर्कों की प्रमोशन नहीं होने, 2015 से वरिष्ठता सूची अपडेट नहीं होने और ऑनलाइन ट्रांसफर में दूर-दराज बदले क्लर्कों को समायोजित करने की मांग अब बड़ा मुद्दा बन गर्ह है।
हरियाणा मिनिस्ट्रियल स्टाफ एसोसिएशन (हेमसा) ने इन मांगों को लेकर 21 अगस्त को पंचकूला के सेक्टर-5 स्थित शिक्षा निदेशालय के बाद मार्च करते हुए प्रदर्शन करने का ऐलान किया है। सर्व कर्मचारी संघ, हरियाणा के हस्तक्षेप के बाद सेकेंडरी शिक्षा निदेशालय हरकत में भी आया है और 21 सितंबर को ही इन मुद्दों पर बातचीत के लिए हेमसा प्रतिनिधिमंडल को आमंत्रित किया है। हेमसा अब पीछे हटने को तैयार नहीं है। 1990 के क्लर्कों को अभी तक सहायक नहीं बनाया गया। सैकड़ों की संख्या में पद खाली पड़े हैं। 30 साल सेवा करने के बाद भी क्लर्क बिना प्रमोशन के रिटायर हो रहे हैं। लॉकडाउन में जब लोग अपने घरों में थे तो सरकार ने लिपिकों को सैकड़ों किलोमीटर दूर ट्रांसफर कर बेघर कर दिया। सर्व कर्मचारी संघ प्रदेशाध्यक्ष सुभाष लांबा व महासचिव सतीश सेठी का कहना है कि सेकेंडरी शिक्षा निदेशालय फील्ड मिनिस्ट्रियशल स्टॉफ मांगों एवं समस्याओं की वर्षों से अनदेखी कर रहा है। इससे स्टॉफ में नाराज़गी है। संघ की ओर से 10 सितंबर को मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर इसकी शिकायत भी की गई थी।