भिवानी, 19 अप्रैल (हप्र)
महामंडलेश्वर गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद जी महाराज ने कहा कि गीता में ज्ञान का अथाह सागर है, जो हमें जीवन में आगे बढ़ने की प्रेरणा देता है। विद्यार्थियों को चाहिए कि वह गीता की बारिकियों से परिपूर्ण होकर एक संकल्प लेकर आगे बढ़ें। उन्होंने कहा कि गीता हमारे देश की धरोहर है और संस्कृति है। गीता का ज्ञान घर-घर और प्रत्येक इंसान तक पहुंचना जरूरी है। स्वामी ज्ञानानंद शुक्रवार को वैश्य महाविद्यालय में वित मंत्री जेपी दलाल के कोष से नवीनीकृत डॉ. राजेन्द्र प्रसाद सभागार के उद्घाटन पर बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे।
कार्यक्रम की शुरुआत मुख्य अतिथि महामंडलेश्वर गीता मनीषी स्वामी श्री ज्ञानानंद जी महाराज, विशिष्ट अतिथि समाजसेवी प्रदीप मित्तल,हरियाणा रेडक्रॉस सोसायटी की वाइस चेयरमैन सुषमा गुप्ता, विधायक घनश्याम सर्राफ, हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष वीपी यादव, वैश्य महाविद्यालय ट्रस्ट के प्रधान एडवोकेट शिवरत्त्न गुप्ता, वैश्य महाविद्यालय प्रबंध समिति के अध्यक्ष अजय गुप्ता, उपाध्यक्ष डॉ. पवन बुवानीवाला, महासचिव सुरेश गुप्ता, कोषाध्यक्ष बृजलाल सर्राफ, ट्रस्टी विजय किशन अग्रवाल, प्राचार्य डॉ. संजय गोयल, स्व. बनारसी दास गुप्त के पौत्र और पौत्र वधु प्रियांश, इश्ता अन्य ट्रस्िटयों द्वारा किया गया।