चंडीगढ़, 15 जुलाई (ट्रिन्यू)
प्रदेश के लोगों को प्रॉपर्टी आईडी व परिवार पहचान पत्र में आ रही परेशानियों को लेकर प्रदेश सरकार गंभीर हो गई है। जिलावार कैम्प लगाकर त्रुटियों को दूर की जा रही हैं। सरकार की यह कवायद देर आए, दुरुस्त आए के रूप में देखी जा रही है, क्योंकि प्रॉपर्टी आईडी व परिवार पहचान-पत्र में खामियों को लेकर प्रदेश स्तर पर सरकार के खिलाफ नाराजगी लोगों में देखी जा रही थी।
केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत द्वारा प्रदेश प्रभारी बिप्लब देब के सामने केंद्र सरकार के 9 वर्ष पूरे होने पर आयोजित गौरवशाली भारत जनसभा में यह मुद्दा उठाया था। इतना ही नहीं, प्रदेश के विधायकों व सांसदों से मिले फीडबैक के आधार पर प्रदेश सरकार ने लोगों की नाराजगी भाप सुधार का कार्य शुरू कर दिया है। केंद्रीय मंत्री ने पटौदी में आयोजित जनसभा में प्रदेश प्रभारी बिप्लब देब व भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ के सामने स्पष्ट रूप से कहा था कि हमारी उपलब्धियां तो 9 साल की बहुत कुछ हैं, लेकिन अपनी कमियों को भी बचे हुए समय में अगर दूर कर लेते हैं तो यह भी हमारी उपलब्धि होगी।
उन्होंने प्रॉपर्टी आईडी परिवार पहचान-पत्र में लोगों के सामने आ रही समस्याओं को उठाते हुए कहा कि इन सब को समय रहते दूर कर लेना चाहिए ताकि चुनाव में जनता की नाराजगी ना झेलनी पड़े। राव के ताव के साथ विधायकों व सांसदों की बैठक से मिले फीडबैक के बाद प्रदेश प्रभारी बिप्लब देब ने प्रदेश सरकार को जनहित के मुद्दों पर तुरंत कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे। प्रदेश सरकार के खुफिया विभाग की रिपोर्ट भी कुछ इस तरह के ही संकेत दे रही थी कि प्रॉपर्टी आईडी व परिवार पहचान पत्र में भारी खामियां है और उन्हें ठीक करने की एवज में भ्रष्टाचार का खेल भी चल रहा है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर स्वयं समय-समय पर प्रदेश सरकार की योजनाओं की समीक्षा करते रहते हैं। उन्होंने मिल रही रिपोर्ट के आधार पर कड़ा संज्ञान लेते हुए जिला उपायुक्तों को जिलावार प्रॉपर्टी आईडी और परिवार पहचान पत्र में हो रही खामियों को दूर करने के लिए जिला स्तर पर कैंप लगाने के निर्देश दिए हैं।