चंडीगढ़, 9 मार्च (ट्रिन्यू)
तोशाम से विधायक किरण चौधरी ने आरोप लगाया है कि भाजपा-जजपा गठबंधन सरकार पूरी तरह से भ्रष्टाचार में डुबी हुई है। शराब व रजिस्ट्री सहित कई घोटाले राज्य में हुए हैं। छोटी मछलियों को फंसाया जा रहा है और घोटालों को अंजाम देने वाली बड़ी मछलियों का कुछ नहीं बिगड़ रहा। राज्यपाल अभिभाषण पर चर्चा के दौरान किरण ने शायराना अंदाज में भी सरकार पर हमले बोले।
राज्यपाल अभिभाषण को पूरी तरह से खाली बताते हुए किरण ने कहा, ‘तुम्हारी फाइलों में गांव का मौसम गुलाबी है, मगर ये आंकड़े झूठे हैं ये दावा किताबी है’। प्रदेश में किसान-मजदूर, कर्मचारी, छोटे उद्योगपति व व्यापारी सहित हर वर्ग के लोग सरकार से दुखी हैं। बेरोजगारी दर में हरियाणा, देशभर में सबसे आगे है। उन्होंने कहा, दिल्ली बाॅर्डर पर सैकड़ों किसान अपनी जान गंवा चुके हैं।
किरण चौधरी ने मांग की कि सरकार सभी किसानों को शहीद का दर्जा दे और उनके आश्रितों को सरकारी नौकरी व एक-एक करोड़ रुपये की आर्थिक मदद दे। एसवाईएल मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला हरियाणा के हक में आ चुका है। अब गेंद सरकार के पाले में है लेकिन सरकार इस पर गंभीर नहीं है। किसान आंदोलन को बांटने के लिए भाजपाइयों ने एसवाईएल के नाम पर झूठा उपवास किया। जल रैलियां की लेकिन सदन में एसवाईएल पर चर्चा तक को तैयार नहीं।
उन्होंने कहा कि राज्य में कानून व्यवस्था पूरी तरह से चौपट हो चुकी है। रेप, छेड़छाड़ के मामले बढ़े हैं। लूट, डकैती, अपहरण व मर्डर के केस लगातार बढ़ रहे हैं। जहरीली शराब से 50 लोगों की मौत हो गई। राज्य में शराब की अवैध तस्करी हो रही है। सरकार ने पहले एसईटी बनाई और अब एसआईटी की भी रिपोर्ट आ गई है। रजिस्ट्री घोटाला भी सभी के सामने है। अकेले अवैध शराब तस्करी से 9500 करोड़ रुपये के राजस्व का नुकसान प्रदेश को हुआ।
प्रदेश पर 2 लाख करोड़ से अधिक का कर्ज हो चुका है। किरण ने कहा कि राज्य के स्कूलों में शिक्षकों के पद खाली हैं, लेकिन सरकार लगातार भर्तियां रद्द कर रही है। लॉकडाउन में गांवों के बच्चे पिछड़ गए क्योंकि उनके यहां ऑनलाइन पढ़ाई का कोई प्रबंध नहीं था। प्राइवेट सेक्टर में 75 प्रतिशत आरक्षण को जुमला बताते हुए कांग्रेस विधायक ने कहा कि सरकार ने डोमिसाइल 15 की जगह 5 वर्ष में बनाने का फैसला लेकर युवाओं के हितों पर कुठाराघात किया है।
विश्वास खो चुकी सरकार : हुड्डा
पूर्व मुख्यमंत्री व विपक्ष के नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि सरकार जनता व विधायकों का विश्वास खो चुकी है। निर्दलीय विधायक सरकार से समर्थन वापस ले रहे हैं और अब जजपा के विधायक भी खुद कह रहे हैं कि सरकार से समर्थन वापस लें। पूर्व मुख्यमंत्री मंगलवार को बजट सत्र के तीसरे दिन की कार्यवाही स्थगित होने के बाद पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। अविश्वास प्रस्ताव पर पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि सदन में चेहरे बेनकाब होंगे। अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग के दौरान सच्चाई सामने आएगी कि कौन सरकार के समर्थन में है और कौन किसानों के पाले में आता है। उन्होंने विपक्ष के पास आंकड़ा न होने के सवाल का जवाब देते हुए कहा कि विपक्ष मजबूती के साथ जनता की आवाज उठा रहा है। यह तो अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग के दौरान सामने आएगा कि कौन किसके साथ खड़ा है। वहीं उन्होंने राज्यपाल के अभिभाषण पर कहा कि यह सरकार का निराशाजनक प्रशंसा पत्र है।