इन्द्री, 23 मई (निस)
एक तरफ सरकार अमृत सरोवर योजना चला रही है, वहीं दूसरी ओर उपमंडल के गांव धनौरा जागीर में जोहड़ का पानी ओवरफ्लो होकर गांव की गलियों व घरों में घुसा हुआ है। गांव की आधी फिरनी व सौ के करीब घर बुरी तरह से प्रभावित हैं।
जोहड़ के पानी के साथ गलियों में गंदगी व दुर्गंध का आलम है, जिससे बीमारियां फैलने का खतरा है। लोगों का आरोप हे गांव के बाहर नए जोहड़ का बनाने व गांव की निकासी सुधारने में सरकार ने लगभग 42 लाख खर्च कर दिए, लेकिन समस्या का समाधान अभी भी नहीं हुआ है। गांव के लोगों ने नारेबाजी करके इसको लेकर रोष जताया और समस्या से तुरंत निजात दिलाने की गुहार लगाई है। ग्रामीण सुशील, सुरेशो देवी, लता, कृष्णा, सुरजीत कौर, महिन्द्र, बबली सन्नी, बाला देवी, सुनीता, सोनू , प्रवीण, रामकुमार, सुरेश व हरिचंद सहित अनेक लोगों का कहना है कि हलकी सी बरसात आने पर उनके घरों में जोहड़ का पानी घुस आया है। बच्चों का घर से निकलना मुश्किल हो गया है। घरों की दीवारें बैठने की कगार पर पहुंच गई हैं। उन्होंने कहा कि कई बार अधिकारियों को इस बारे में अवगत करवाया गया है, लेकिन समस्या सुलझ नहीं रही है।
42 लाख से बना तालाब सफेद हाथी
सामाजिक कार्यकर्ता सुनील परोचा व सुशील कुमार ने कहा कि विभाग द्वारा लोगों को राहत देने के लिए गांव के बाहर 42 लाख के करीब लागत से नया तालाब बनाया गया, लेकिन नया तालाब सफेद हाथी बना हुआ है। गांव के पानी की एक बूंद भी नये तालाब में नहीं जाती है। ग्रामीणों ने बताया कि विधायक रामकुमार कश्यप को समस्या बताई गई थी। उन्होंने एक्सईन को फोन भी किया था, लेकिन एक पंप मशीन भेजकर विभाग ने इतिश्री कर ली।
क्या कहते हैं अधिकारी
कार्यकारी अभियंता परमिन्द्र सिंह ने बताया कि पूरा गांव ढलान पर बसा हुआ है। गांव में पुराने पौंड से नये पौंड में मोटर द्वारा पानी निकाला जाता है। बरसात व तूफान के कारण बिजली व्यवस्था ठप हो गई थी। इस कारण पानी निकाला नहीं जा सका है। नये पौंड का निर्माण कार्य थोड़ा अधूरा है। गांव के पास से पाइप डाल दी गई थीं, लेकिन गांव के बाहरी हिस्से में पाइपें छोटे साइज की डली हुई हैं। नई ग्रांट आने पर ये कार्य भी पूरा किया जाएगा।