नगर संवाददाता
पंचकूला/चंडीगढ़, 6 नवंबर
गांव रत्तेवाली में खनन के मुद्दे पर बवाल के 48 घंटे बाद अपनी मांगों को लेकर ग्रामीण एक बार फिर सड़कों पर उतर आए हैं। प्रशासन और जिला पुलिस के खिलाफ महिलाएं धरने पर बैठी हैं। जिनमें बुज़ुर्ग लोग और बच्चे भी शामिल हैं। पुलिस द्वारा 3 दिन पहले की गई करवाई से ग्रामीणों में आक्रोश में है। उनका कहना है कि ग्रामीण शांतिपूर्ण ढंग से अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे, लेकिन पुलिस प्रशासन ने उनके साथ जो बर्ताव किया वह ठीक नहीं है। उन्होंने कहा कि गांव में प्रशसन नियमानुसार ही खनन का काम करे। उन्होंने कहा कि अब पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों से उनको कोई बात नहीं करनी है, इसके अलावा न ही गांव में किसी अधिकारी को घुसने देंगे। प्रदर्शनकारी महिलाओं ने चेतावनी दी कि यदि किसी अधिकारी ने गांव में जबरन घुसने की कोशिश की तो माहौल फिर बिगड़ सकता है। बता दें कि भारी संख्या में लोग धरने पर बैठ गए हैं। इस बार धरने का नेतृत्व न तो कोई नेता और न ही युवा कर रहा है बल्कि महिलाओं ने धरने पर बैठे ग्रामीणों ने पुलिस प्रशासन और हरियाणा विधानसभा स्पीकर एवं पंचकूला विधायक ज्ञानचंद गुप्ता के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।