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भाखड़ा के मीठे पानी से बुझेगी जींद के निवासियों की प्यास

28 को खुलेंगे 372 करोड़ की परियोजना के टेंडर

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जींद, 24 दिसंबर (हप्र)

जींद शहर की 2 लाख से ज्यादा की आबादी की प्यास भाखड़ा नहर के मीठे पानी से बुझाने की 372 करोड़ रुपए की परियोजना के टेंडर 28 दिसंबर को खुलेंगे। नहरी पानी पर आधारित पेयजल सप्लाई परियोजना पूरी होने के बाद जींद शहर के लोगों को 500 से 2000 तक टीडीएस वाले खारे और खतरनाक पेयजल से मुक्ति मिल जाएगी।

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इस समय जींद शहर में जन स्वास्थ्य विभाग 60 से ज्यादा ट्यूबवेल से घर-घर पीने के पानी की सप्लाई कर रहा है। इन 60 ट्यूबवेल में हांसी ब्रांच नहर के नजदीक लगे लगभग 10 ट्यूबवेल को छोड़ दिया जाए तो बाकी सभी ट्यूबवेल के पानी में टीडीएस की मात्रा सामान्य से कहीं ज्यादा और खतरनाक स्तर पर है। ऐसे पेयजल के साथ जींद के लोग बीमारी गटक रहे हैं। हांसी ब्रांच नहर के पास लगे ट्यूबवेल के पानी में ही टीडीएस की मात्रा सामान्य है, और इन ट्यूबवेल का पानी उन 50 ट्यूबवेल के पानी में मिक्स कर घरों में सप्लाई किया जा रहा है, जिनके पानी में टीडीएस की मात्रा ज्यादा है। 2007 में जींद में जन स्वास्थ्य विभाग के तत्कालीन अधीक्षक अभियंता डीपीएस बेनीवाल ने जींद में नहरी पानी पर आधारित पेयजल सप्लाई की जरूरत बताई थी।

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सीएम ने की थी घोषणा : सीएम मनोहर लाल के सामने जींद शहर के घरों में खारे जल की सप्लाई और इससे लोगों के स्वास्थ्य पर पड़ रहे खराब असर का मामला जींद के विधायक डॉ. कृष्ण मिड्ढा ने सीएम के सामने उठाया था। उसके बाद सीएम मनोहर लाल ने अपनी पहली पारी में जींद शहर के लिए नहरी पानी पर आधारित पेयजल सप्लाई की घोषणा की थी। पिछले साल 372 करोड़ रुपए की नहरी पानी पर आधारित पेयजल परियोजना को मंजूरी मिली। इसकी डीपीआर इस साल मंजूर हुई। परियोजना के तहत नरवाना के पास से गुजर रही भाखड़ा ब्रांच नहर से जींद के बड़ोदी गांव तक नहरी पानी लाया जाएगा। बड़ोडी गांव में सरकार ने जींद शहर के लिए नहरी पानी पर आधारित पेयजल परियोजना के लिए किसानों से 36 एकड़ जमीन खरीदी है। यहां 10 एकड़ और जमीन की जन स्वास्थ्य विभाग को जरूरत है। इस जमीन के अधिग्रहण की कार्रवाई चल रही है।

जन स्वास्थ्य विभाग ने 372 करोड़ रुपए की परियोजना के लिए जो टेंडर आमंत्रित किए थे, वह टेंडर 18 दिसंबर को खुलने थे, लेकिन कुछ कारणों से अब टेंडर 28 दिसंबर को खोले जाएंगे। परियोजना के तहत जींद शहर में नहरी पानी पर आधारित पेयजल सप्लाई के लिए 15 बूस्टिंग स्टेशन बनेंगे।

अब दूर हो जाएगी समस्या : मिड्ढा

विधायक डॉ कृष्ण मिड्ढा का कहना है कि जल्द जींद शहर के लोगों की पानी की समस्या दूर हो जाएगी। जींद शहर के लिए जन स्वास्थ्य विभाग ने 372 करोड़ रुपए की नहरी पानी पर आधारित जो पेयजल परियोजना बनाई है, उसमें हैबतपुर गांव में निर्माणाधीन मेडिकल कॉलेज और रोहतक बाईपास रोड पर स्थित चौधरी रणबीर सिंह यूनिवर्सिटी तक को पीने का नहरी पानी 24 घंटे और सातों दिन सप्लाई किया जाएगा।

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