नूंह/मेवात, 3 फरवरी (निस)
जिले में बुधवार से हुई हल्की बूंदाबांदी के बाद तापमान में गिरावट आ गई है। एक तरफ बारिश के बाद से अधिकांश इलाकों में बिजली गुल रही। दूसरी ओर आम जनजीवन प्रभावित रहा और पूरे दिन शीत लहर का प्रकोप दिखा। जिले के लोगों को बृहस्पतिवार को भी सूर्यदेव के दर्शन नहीं हो सके। नूंह में औसतन न्यूनतम तापमान 8 डिग्री सें. रहा और अधिकतम 18 डिग्री दर्ज किया गया। पूरे दिन मौसम की बेरूखी के चलते कार्यालयों, बाजारों, सडकों, गली-मोहल्लों में वीरानगी ही छाई रही और लोग घरों में दुबके रहे। सार्वजनिक जगहों पर लोग अलाव के आगे बैठकर पूरे दिन देश दुनिया की खबरों पर गर्मागर्म चर्चा से माहौल गरमाने की कोशिश करते नजर आये। मौसम के कारण किसानों की चिंता भी बढी है। उप मण्डल कृषि अधिकारी बीडी गौतम का कहना है कि मौसम विभाग द्वारा जारी एडवाइजरी के तहत शुक्रवार को भी बारिश होने की बात कही जा रही है। जिससे फसलों को लेकर किसान चिंतित हैं।
बरसाती पानी की निकासी न होने से किसान परेशान : नूंह खण्ड के गांव संगेल व जाजूका में बेमौसमी बरसाती पानी अभी भी किसानों के लिए आफत बना हुआ है। किसानों की माने तो उनकी भूमि पर जमा बरसाती पानी खाली न होने से उनकी फसल बर्बाद हो रही है। कुछ किसानों ने अपने स्तर पर आर्थिक खर्च कर खेतों से पानी निकाला भी है लेकिन फसल काफी खराब हो चुकी है।
बेमौसमी बारिश से फसलों को नुकसान
सफीदों (निस) : इलाके में बुधवार रात से जारी बेमौसमी बारिश और तेज़ हवाओं के कारण खेतों में खड़ी फसलों को काफी नुकसान हुआ है। तेज हवाओं के कारण सरसों की फसल गिर गई हैं और उनके फूल झड़ गये हैं। गेहूं की फसलों पर भी असर हुआ है। जिसके कारण पैदावार प्रभावित होने आशंकाएं बन गई हैं। किसानों ने बताया कि भाव बेहतर होने के कारण इस बार इलाके में सरसों की बिजाई पिछले वर्ष के मुकाबले करीब डेढ़ गुणा ज्यादा की गई है। अभी तक जिस तरह से अच्छी पैदावार की उम्मीद थी, अब उस पर आशंका के बादल घिर गये हैं।