फरीदाबाद, 6 अगस्त (हप्र)
सरूरपुर औद्योगिक क्षेत्र में प्रतिबंधित स्क्रैप जलाने के मामले में शनिवार को केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मंडल प्रमुख आनंद कुमार ने अपनी टीम के साथ सरूरपुर औद्योगिक क्षेत्र का निरीक्षण किया। इस दौरान जिला उपायुक्त जितेंद्र यादव, निगमायुक्त यशपाल यादव, डीसीपी मुख्यालय नितेश अग्रवाल, तहसीलदार नेहा सहारन, हरियाणा राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मुख्यालय से आए अधिकारी चंद्रपाल, बल्लभगढ़ के क्षेत्रीय अधिकारी दिनेश कुमार, फरीदाबाद की क्षेत्रीय अधिकारी स्मिता कनोडिया व शिकायतकर्ता वरुण श्योकंद भी उनके साथ थे। उन्होंने कई उद्योगों के बाहर पड़े स्क्रैप व अन्य माल की जांच की। अब इसकी रिपोर्ट एनजीटी में भेजी जाएगी।
बता दें यहां प्रतिबंधित स्क्रैप जलाने का मामला एनजीटी में चल रहा है। गत 2 मई को एनजीटी ने आदेश दिए थे कि इस मामले में एक कमेटी का गठन कर मामले की जांच रिपोर्ट तीन माह में भेजी जाए। अब टीम यहां निरीक्षण कर रही है कि क्या नियमों के विरुद्ध काम हो रहा है।
स्क्रैप जलाने वालों को पहले मिल गई सूचना, राह में डाली रुकावटें
मौके पर टीम को कई जगह राख के ढेर पड़े मिले। जांच में सामने आया कि यह प्रतिबंधित स्क्रैप की राख है। इसके नमूने ले लिए गए हैं। इस तरह के स्क्रैप के जलने से वायु प्रदूषण का स्तर बढ़ता है। कई अन्य उद्योगों के बाहर पड़े स्क्रैप की भी बारीकी से जांच की गई। मौके पर यहां अधिकतर उद्योगों के बाहर ताले लगे हुए मिले। ऐसी आशंका है कि उन्हें टीम के आने की सूचना पहले ही मिल गई थी। यहां तक कि जो रास्ता ठीक था, उस पर तिरछा ट्राला खड़ा कर दिया गया था। दूसरा रास्ता गड्ढे व जलभराव वाला था, जिसमें निगमायुक्त की गाड़ी फंस गई और आगे नहीं जा सकी। बाकी अधिकारियों की गाड़ी जैसे-तैसे बाहर निकली। यानी टीम को अंदर जाने से रोकने के लिए सभी हथकंडे अपनाए गए थे।
क्या है मामला
शिकायतकर्ता वरुण श्योकंद का कहना है कि सरूरपुर में रोज दिन ढलने के बाद प्रतिबंधित स्क्रैप जलाया जाता है। इसके धुएं से आसपास रहने वाले लोगों का सांस लेना मुश्किल हो जाता है। स्क्रैप जलने के बाद राख को गौंछी ड्रेन में बहा दिया जाता है, जिससे खेती करने वाले किसान भी परेशान हैं। कई ऐसे उद्योग भी हैं जहां केमिकल का काम होता है। इस पानी को भी गौंछी ड्रेन में बहाया जा रहा है। एनआईटी क्षेत्र के विधायक नीरज शर्मा और वरुण श्योकंद ने भी कई महीने पहले रात को यहां वीडियो व फोटो प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारियों को भेजी थी।