जगाधरी, 27 दिसंबर (निस)
प्रदेशभर के अतिथि अध्यापकों ने मांगों को लेकर शिक्षा मंत्री के गृह क्षेत्र यमुनानगर में डेरा डाला हुआ है। कड़ाके की ठंड में खुले में गेस्ट टीचर पिछले 3 दिनों से प्रदर्शन कर रहे हैं। शिक्षा मंत्री कवरपाल गुर्जर के कहने पर गेस्ट टीचर सोमवार को चंडीगढ़ पहुंचे और सीएम के अतिरिक्त प्रधान सचिव अमित अग्रवाल और शिक्षा विभाग के निदेशक जे गणेशन से मिलने पहुंचे। यहां दोनों ही अधिकारी नहीं मिले। जे गणेशन जहां छुट्टी पर थे वही अमित अग्रवाल मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर मुख्यमंत्री के साथ व्यस्त रहे। गेस्ट टीचर संघर्ष समिति की अध्यक्ष मैना यादव ने बताया कि चंडीगढ़ में शिक्षा मंत्री के साथ काफी लंबी चर्चा हुई। शिक्षा मंत्री ने कहा कि आप लोगों को कल सर्विस रूल्स दिखा दिए जाएंगे और मेडिकल कैशलेस आपको सरकार देने जा रही है । उन्होने कहा कि जो सर्विस रूल्स में नहीं है, उसके लिए शिक्षा विभाग के निदेशक से चर्चा करके पूरा कर लिया जाएगा। बेसिक सेलरी के बारे भी शिक्षा मंत्री से बातचीत हुई है, जिस पर जल्द ही फैसला हो सकता है।
प्रतिनिधिमंडल ने बताया कि बातचीत के दौरान शिक्षा मंत्री ने माना कि गेस्ट टीचर की पोस्ट को तबादलों में रिक्त माना गया, ये बहुत गलत हुआ और वह इससे सहमत नहीं हैं। शिक्षा मंत्री ने कहा ये अन्याय आपके साथ नहीं होने दूंगा । मैना यादव ने कहा कि जब तक मांगों को लेकर कोई लिखित पत्र उन्हें नहीं मिल जाता तब तक जगाधरी का पड़ाव जारी रहेगा। प्रदेश भर के शिक्षकों का यहां आना भी जारी रहेगा।
पुलिस के अल्टीमेटम के बाद तेज हुई हलचल
यमुनानगर पुलिस प्रशासन ने शाम को धरनास्थल पर बैठे अध्यापकों को आधे घंटे में जगह खाली करने के आदेश दिए। जिसके बाद इन गेस्ट टीचरों ने किसान यूनियन सहित अन्य कर्मचारी यूनियन नेताओं से संपर्क किया और मौके पर अन्य संगठन के नेताओं को भी बुला लिया। दूसरी तरफ भारी पुलिस बल मौके पर पहुंच गया। अतिथि अध्यापकों को अंदेशा है कि उन पर पुलिस बल का प्रयोग करके उन्हें जबरदस्ती वहां से उठाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि वह किसी भी कीमत पर वहां से नहीं हटेंगे। यदि ज्यादा दबाव बनाया तो शिक्षा मंत्री के आवास पर धरना शुरू करेंेगे।