‘क्रांति की तलवार विचारों की शान से तेज होती है’
नरवाना, 27 सितंबर (निस)
शहीदेआजम भगत सिंह ने कहा था कि क्रांति की तलवार विचारों की शान से तेज होती है। जिसके बल पर शोषण की व्यवस्था को पलटकर न्याय और बराबरी आधारित समाजवादी व्यवस्था की स्थापना की जा सकती है। उक्त वक्तव्य शहीद-ए-आजम भगतसिंह के 117वें जयंती के अवसर पर शहीद भगत सिंह अध्ययन केंद्र और अखिल भारतीय किसान सभा के संयुक्त तत्वावधान में जाट धर्मशाला में आयोजित सेमिनार में मुख्य वक्ता एवं अखिल भारतीय किसान सभा के राष्ट्रीय नेता पुष्पेंद्र त्यागी ने व्यक्त किए। सेमिनार की अध्यक्षता अध्ययन केन्द्र के वरिष्ठ सदस्य धर्मपाल चहल एवं किसान सभा के नेता मास्टर चाँद बहादुर ने संयुक्त रूप से की तथा मंच संचालन किसान नेत्री डिम्पल दनौदा ने किया। इस मौके पर शहीद उधम सिंह नाट्य मंच तानाशाही का अमृतकाल नाटक की प्रस्तुति की। किसान सभा के राज्याध्यक्ष मास्टर बलबीर सिंह ने कार्यक्रम और हरियाणा ज्ञान विज्ञान समिति के राज्य सचिव सुरेश कुमार ने अध्ययन केन्द्र का संक्षिप्त परिचय कराया। विभिन्न गांवों के सरपंच, ब्लॉक समिति सदस्य व जिला पार्षद, डॉ. जयसिंह, सामाजिक कार्यकर्ता अंकुश परोचा, पूर्व सरपंच रामफल दबलैन, अम्बेडकर सभा के प्रधान मा. जिले सिंह, मुस्लिम कल्याण समिति के प्रधान रोशन लाल, अनेक खापों के प्रतिनिधियों, फुल सिंह श्योकंद, हरियाणा ज्ञान विज्ञान समिति के जिला सचिव मा. प्रमोद कुमार व प्रदीप शर्मा, जनवादी नौजवान सभा के राज्य सचिव नरेश दनौदा, सेवानिवृत्त जिला शिक्षा अधिकारी रफिया राम व मांगेराम, जाट धर्मशाला के प्रधान चतर सिंह मोर, सर्व कर्मचारी संघ के प्रधान ईश्वर सच्चा खेड़ा व सचिव दलेल राणा, अध्ययन केंद्र की संचालन समिति के सदस्य मास्टर सतबीर सिंह, सामाजिक कार्यकर्ता शीशपाल गलाडी, सीटू नेता सतबीर खरल व कपूर सिंह, आशा वर्कर यूनियन की नेत्री जगवंती, जोगीराम बेलरखा समेत हजारों लोगों ने भागीदारी की।