शिक्षा में पिछड़ रहा प्रदेश, टॉप रैंकिंग में नहीं कोई संस्थान : सुरजेवाला
सुरजेवाला ने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा कि प्रदेश सरकार बड़े-बड़े दावे करती है, लेकिन हकीकत यह है कि हरियाणा के छात्र गुणवत्ता वाली उच्च शिक्षा से लगातार वंचित हैं। उनके अनुसार, ओवरऑल कैटेगरी में न तो कोई सरकारी विश्वविद्यालय और न ही कोई बड़ा संस्थान जगह बना पाया। केवल निजी यूनिवर्सिटीज ही लिस्ट में शामिल हैं।
एनआईटी कुरुक्षेत्र की रैंकिंग गिरकर 85वें स्थान पर पहुंच गई। मानव रचना यूनिवर्सिटी 96वें और महर्षि मार्कंडेश्वर यूनिवर्सिटी मुलाना 85वें स्थान पर रही। प्रबंधन संस्थानों की रैंकिंग में भी गिरावट दर्ज की गई है। आईआईएम रोहतक जहां पिछले साल 12वें पायदान पर था, वहीं इस बार फिसलकर 19वें स्थान पर आ गया है।
फार्मेसी कैटेगरी में एमएमयू मुलाना को 26वां स्थान मिला है। उन्होंने कहा कि लॉ और डेंटल क्षेत्र में भी स्थिति निराशाजनक रही। केवल एक लॉ कॉलेज टॉप-40 में पहुंच पाया, जबकि डेंटल कैटेगरी में रोहतक और फरीदाबाद के कॉलेज ही जगह बना सके। कृषि क्षेत्र में जरूर हरियाणा की दो संस्थाओं ने अच्छा प्रदर्शन किया। एनडीआरआई करनाल को दूसरा और एचएयू हिसार को 10वां स्थान मिला।