पुरुषोत्तम शर्मा/हप्र
सोनीपत, 10 फरवरी
भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता व संयुक्त मोर्चा के सदस्य राकेश टिकैत ने केंद्र सरकार को चेताया कि वह मन का भ्रम निकाल दे कि किसान आंदोलन टूट जाएगा। उन्होंने कहा कि न तो मंच बदलेगा और न किसान मोर्चा टूटेगा। उन्होंने किसानों का भी आह्वान किया कि वह सचेत रहें, बहुत सारे लोग उन्हें जाति, धर्म और इलाके के नाम पर तोड़ने की कोशिश करेंगे। इन सबसे बच कर रहने की जरूरत है।
भाकियू नेता राकेश टिकैत यहां कुंडली में आंदोलनरत किसानों को संबोधित कर रहे थे। गणतंत्र दिवस समारोह के बाद पहली बार वह यहां पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने किसानों में जमकर जोश भरा। टिकैत ने केंद्र सरकार को चेताया कि वह जाति-धर्म के नाम पर किसान को बांटने की साजिश बंद करे। उन्होंने कहा कि किसान की कोई जाति नहीं होती है। किसान 36 बिरादरी में हैं और किसी न किसी रूप से हर बिरादरी खेती से जुड़ी है इसलिए भाजपा का यह षडयंत्र यहां नहीं चलेगा।
उन्होंने सवाल किया कि दिल्ली में चार लाख ट्रैक्टरों में तीन लाख आदमी पहुंचे और किसी की साइकिल की हवा तक नहीं निकाली गई। यह अनुशासन नहीं तो क्या था? सरकार बताए कि रातोंरात लोगों को कैसे लालकिले तक पहुंचा दिया गया। इसकी निष्पक्ष व स्वतंत्र एजेंसी से जांच हो, तो सारी हकीकत लोगों के सामने होगी।
उन्होंने दोहराया कि तीन कृषि कानून रद्द हों, एमएसपी पर गारंटी कानून बने, पराली और बिजली बिल वापस ले और निर्दोष लोगों की रिहाई की जाए। इससे कम में किसान बात करने के लिए तैयार नहीं है। उन्होंने कहा कि यह लड़ाई किसान के साथ-साथ देश के गरीब, मजदूर और आमजन की है।
उन्होंने मदद और सहयोग के लिए हरियाणा की खाप पंचायतों का आभार प्रकट किया और कहा कि भाईचारे और सहयोग को इसी तरह बनाए रखें।
हरियाणा सरकार पर भी बनाएं दबाव
भाकियू राजेवाल के अध्यक्ष बलबीर सिंह राजेवाल ने कहा कि प्रदेश की सरकार पर किसानों को दबाव बनाना होगा तभी वह किसानों की बात सुनेगी। उन्होंने कहा कि हरियाणा के लोगों ने दुष्यंत चौटाला को इसलिए वोट दिया था कि वह किसानों की बात उठाएंगे लेकिन अब सत्ता में चिपक गए हैं। उन्होंने किसानों का आह्वान किया कि वह चौटाला के साथ निर्दलीय विधायकों पर भी दबाव बनाएं, ताकि हरियाणा की सरकार गिरे।