जींद, 21 मार्च (हप्र)
शहर के अर्बन एस्टेट में स्थित जाट धर्मशाला का संचालन कर रही जाट धर्मार्थ सभा की पूर्व कार्यकारिणी द्वारा खरीदी गई 2 हजार वर्गगज जमीन को लेकर रार छिड़ गई है। सोमवार को सभा के प्रधान देवव्रत ढांढा, रणबीर नरवाल, जगत सिंह रेढू, जसबीर कुंडू, दया सिंह, बलबीर सिंह समेत सदस्यों ने संयुक्त प्रेसवार्ता की और कहा कि पूर्व की कार्यकारिणी ने एक करोड़ तीन लाख रुपये खर्च करके कोचिंग सेंटर के लिए 4 जनवरी 2021 को करीब 2 हजार वर्गगज जमीन खरीदी। यह जमीन सीआरएसयू की पीछे कच्चे रास्ते पर शहर से बाहर कृषि क्षेत्र में मौजूद है, उस क्षेत्र में कालोनी आबाद होने में दस वर्ष लग जाएंगे। यह जमीन भी ज्यादा दाम में खरीदी गई है, क्योंकि उस इलाके में 70 लाख रुपये तक की राशि में एक एकड़ जमीन आसानी से खरीदी जा सकती थी। ऐसे में इस जमीन की खरीद फरोख्त में भ्रष्टाचार की बू भी आ रही है। उन्होंने कहा कि उस स्थान पर कोचिंग सेंटर बनाना किसी भी हालत में सही नहीं हो सकता।
सभा शहर में जाट धर्मशाला के आसपास ही पांच सौ वर्ग गज जमीन इसके लिए खरीद सकती थी, जिसमें कोचिंग सेंटर आसानी से चल सकता था। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि पूर्व की कार्यकारिणी द्वारा संस्था की नियमावली को दरकिनार करते हुए जानबूझ कर संस्था के पैसे को गलत ढंग से खर्च किया गया। यह पैसा वर्तमान में संस्था के किसी काम नहीं आ रहा।
‘कोचिंग सेंटर के लिए उपयुक्त है जमीन’
पूर्व कार्यकारिणी की ओर से कहा गया है कि संबंधित जमीन सीआरएसयू के नजदीक है,ऐसे में कोचिंग सेंटर के लिए वह उपयुक्त जगह है। सरकार द्वारा अब उस जमीन पर लगते कच्चे मार्ग को पक्का करने का काम किया जा रहा है।