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हरियाणा में ‘हिंद की चादर’ का गूंजेगा जयघोष

गुरु तेग बहादुर साहिब के 350वें शहीदी वर्ष पर चार दिव्य यात्राएं

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मुख्यमंत्री नायब सैनी।
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हरियाणा नवंबर महीने में इतिहास, श्रद्धा और एकता की एक ऐसी मिसाल पेश करने जा रहा है, जो आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा बन जाएगी। राज्य सरकार ने श्रीगुरु तेग बहादुर साहिब जी के 350वें शहीदी दिवस के उपलक्ष्य में चार विशाल धार्मिक यात्राओं और राज्यव्यापी कार्यक्रमों की शृंखला की घोषणा की है। इन आयोजनों का समापन 25 नवंबर को कुरुक्षेत्र में एक भव्य समारोह से होगा, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शामिल होने की पुष्टि हो चुकी है।पब्लिक रिलेशन विभाग के महानिदेशक केएम पांडुरंग की ओर से इस संदर्भ में सभी जिला उपायुक्तों को पत्र भी लिखा है।
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विभाग द्वारा जारी निर्देशों के अनुसार, यह आयोजन ‘शांति, बलिदान और साम्प्रदायिक सौहार्द’ के संदेश पर केंद्रित रहेगा। पहली यात्रा 8 नवंबर को रोड़ी (जिला सिरसा) से मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के झंडी दिखाने के साथ शुरू होगी। इसके बाद दूसरी यात्रा 11 नवंबर को पिंजौर, तीसरी 14 नवंबर को फरीदाबाद, और चौथी 18 नवंबर को कपल मोचन (यमुनानगर) से रवाना होगी। चारों यात्राएं 25 नवंबर को कुरुक्षेत्र पहुंचेंगी, जहां प्रधानमंत्री मोदी की उपस्थिति में ‘ग्रैंड क्लोजिंग सेरेमनी’ आयोजित होगी।हर यात्रा में श्रद्धालु गुरुद्वारों, शहरों और कस्बों से होकर गुजरेंगे, जहां कीर्तन दरबार, झांकियां और धार्मिक संगोष्ठियां होंगी।

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यहां बता दें कि इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी का हरियाणा आगमन 17 अक्तूबर को सोनिपत में तय था। यहां उन्हें नायब सैनी सरकार की पहली वर्षगांठ समारोह में शामिल होना था। लेकिन आईपीएस अधिकारी वाई पूरन कुमार की आत्महत्या की वजह से बदले माहौल में पीएम का दौरा स्थगित हो गया था। अब एक बार फिर मोदी का 25 नवंबर को कुरुक्षेत्र आगमन पक्का हो गया है।

पहली नवंबर से शुरू होगा ‘श्रद्धा सप्ताह’

राज्यभर में कार्यक्रमों की शुरुआत पहली नवंबर यानी हरियाणा दिवस को ‘मेगा ब्लड डोनेशन कैम्प’ से होगी, जिसका उद्घाटन मुख्यमंत्री करेंगे। इसके बाद 3 नवंबर को सभी सरकारी और निजी विद्यालयों में गुरु तेग बहादुर साहिब के जीवन पर निबंध प्रतियोगिता और ‘सुनो कहानी गुरु तेग बहादुर’ सत्र आयोजित होंगे। करीब 3.5 लाख विद्यार्थी इस कार्यक्रम में भाग लेंगे। शिक्षा विभाग ने इस आयोजन को आध्यात्मिक शिक्षा से नैतिक दिशा देने की पहल बताया है।

5 नवंबर को संवेदना और न्याय का दिन

5 नवंबर को मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी द्वारा 1984 सिख दंगा पीड़ितों को नियुक्ति पत्र सौंपे जाएंगे। यहां बता दें कि विधानसभा के मानसून सत्र में नायब सिंह सैनी ने 1984 सिख दंगों के हरियाणा पीड़ितों के आश्रितों को सरकारी नौकरी देने का ऐलान किया था। यह कार्यक्रम गुरु साहिब की न्याय और करुणा की भावना को समर्पित होगा।

8 नवंबर को सिरसा से चलेगा श्रद्धा का रथ

8 नवंबर को सिरसा के रोड़ी में मुख्यमंत्री पहली यात्रा को हरी झंडी दिखाएंगे। उसी दिन चौधरी देवीलाल विश्वविद्यालय, सिरसा में गुरु तेग बहादुर साहिब, भाई मती दास, भाई सती दास, भाई दयाला और भाई जता जी के जीवन दर्शन पर राष्ट्रीय संगोष्ठी आयोजित की जाएगी। इस दौरान गुरु साहिब पर आधारित ‘कॉफी टेबल बुक’ का विमोचन भी किया जाएगा।

‘हिंद की चादर रन’ में दौड़ेगा हरियाणा

9 नवंबर की सुबह करनाल में होगी ‘हिंद की चादर मैराथन’, जिसमें हजारों युवा भाग लेंगे। इसका उद्देश्य युवाओं को गुरु साहिब के साहस और त्याग से प्रेरित करना है। खेल एवं युवा विभाग इस आयोजन का संचालन करेगा।

पर्यावरण के नाम ‘गुरु तेग बहादुर फॉरेस्ट’

मुख्यमंत्री 18 नवंबर को सढ़ौरा (जिला यमुनानगर) में ‘श्रीगुरु तेग बहादुर फॉरेस्ट’ का शिलान्यास करेंगे। राज्यभर में इस अभियान के तहत 3.5 लाख पौधे लगाए जाएंगे। यह पर्यावरण संरक्षण को श्रद्धा से जोड़ने की एक अनूठी पहल होगी।

24-25 को कुरुक्षेत्र बनेगा श्रद्धा का केंद्र

24 नवंबर को कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में ‘सर्व धर्म सम्मेलन’ आयोजित किया जाएगा, जिसमें देशभर के जथेदार, संत, महंत और धार्मिक गुरु आमंत्रित होंगे। अगले दिन 25 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उपस्थिति में ‘ग्रैंड क्लोजिंग सेरेमनी’ होगी। इस अवसर पर 350 बालिकाओं द्वारा कीर्तन, सैंड आर्ट शो, और सिख एवं रविदास म्यूजियम का उद्घाटन होगा।

मुख्यमंत्री की प्रमुख घोषणाएं

मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी समारोहों के दौरान कई घोषणाएं करेंगे। सिरसा स्थित चौ़ देवीलाल यूनिवर्सिटी में ‘गुरु तेग बहादुर चेयर’ की स्थापना होगी। राज्यभर में 3.5 लाख पौधारोपण अभियान शुरू होगा। किसी एक सरकारी पॉलीटेक्निक संस्थान का नाम गुरु तेग बहादुर जी के नाम पर रखा जाएगा। इसी तरह ‘गुरु तेग बहादुर मार्ग’ परियोजना (नरवाना से जींद तक) का ऐलान होगा।

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