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गीता महोत्सव का बढ़ेगा स्वरूप, एमपी होगा सहभागी

48 कोस के तीर्थों पर गूंजेगी गीता वाणी, ग्राम पंचायतें भी बनेंगी सहभागी
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चंडीगढ़ में मुख्यमंत्री नायब सैनी ने गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद और कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड के सदस्यों के साथ गीता जयंती समारोह को लेकर बैठक की।
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चंडीगढ़, 30 मई (ट्रिन्यू)

अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव-2025 का स्वरूप बढ़ाया जाएगा। कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड की ओर से इसकी तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। गीता महोत्सव का स्वरूप ब्रह्मसरोवर की परिधि से बाहर भी किया जाएगा। इसके साथ ही 48 कोस के हर तीर्थ पर गीता वाणी की गूंज सुनाई देगी।

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शुक्रवार को गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद और कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड के सदस्यों ने मुख्यमंत्री नायब सैनी से मुलाकात की और गीता महोत्सव तथा 48 कोस के तीर्थों के जीर्णोद्धार को लेकर विस्तार से चर्चा की। मुख्यमंत्री नायब सैनी ने गीता महोत्सव में पर्यटकों की भीड़ को देखते हुए इसे व्यवस्थित और विस्तारित करने का सुझाव दिया। इसके साथ ही पार्किंग व्यवस्था से लेकर पर्यटकों के आने-जाने के लिए बेहतर प्रबंध करने के निर्देश दिए। इस बार गीता महोत्सव में मध्य प्रदेश स्टेट पार्टनर होगा। वहीं कंट्री पार्टनर को लेकर कई देशों से बातचीत चल रही है। अगले दिनों में कंट्री पार्टनर को फाइनल कर दिया जाएगा।

मुख्यमंत्री नायब सैनी ने बैठक में 48 कोस के तीर्थों के जीर्णोद्धार के साथ आमजन को जोड़ने का सुझाव देते हुए ग्राम पंचायतों व प्रबुद्ध लोगों की भागीदारी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। वहीं उन्होंने तीर्थों पर चल रहे विकास कार्यों की समीक्षा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड तीर्थों के जीर्णोद्धार के साथ उन पर वर्ष में महत्वपूर्ण पर्व व आयोजनों के दौरान कार्यक्रम आयोजित करे, ताकि लोगों का जुड़ाव तीर्थों के साथ बढ़े। बता दें कि वर्ष 2025 में अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव का आगाज पहली दिसंबर से होगा, जोकि 21 दिन चलेगा।

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