भिवानी, 13 फरवरी (हप्र)
कितलाना टोल पर किसानों के अनिश्चितकालीन धरने को संबोधित करते हुये किसान नेताओं ने कहा कि संयुक्त मोर्चा के आयोजनों से घबराकर केंद्र और राज्य में बैठे सत्ताधारी बौखला गए हैं और उल्टी-सीधी बयानबाजी पर उतर आए हैं। अपनी जायज मांगों को लेकर देश के अन्नदाता विभिन्न मंचों से अपनी बात कह चुके हैं। अनिश्चित कालीन धरने के 51वें दिन नरसिंह डीपीई ने अध्यक्षता की। उन्होंने कहा कि 14 फरवरी को पुलवामा हमले में शहीद जवानों व किसान आंदोलन में शहादत देने वाले किसानों के बलिदान की याद में व विभिन्न गांव में शाम 7 से 8 बजे कैंडल मार्च व मशाल जुलूस निकालकर कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
कानून रद्द करने को चीफ जस्टिस को भेजे पत्र
तीन कृषि कानूनों को रद्द करने व न्यूनतम समर्थन मूल्य पर कानून बनाने की मांग को लेकर तोशाम डाकघर में युवा कल्याण संगठन के संरक्षक कमल प्रधान ने शनिवार को 80 पत्र सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस को डाक द्वारा भेजे गये। पत्र में भारत के चीफ जस्टिस से किसानों की मौतों के प्रति संजीदगी दिखाने की अपील की। युवा कल्याण संगठन ने तीनों कृषि कानूनों पर अनिश्चितकालीन रोक का स्वागत करते चीफ जस्टिस से इन कानूनों को रद्द करने की अपील की।
महिलाओं का जत्था दिल्ली रवाना
चरखी दादरी (निस) : संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर गांव पांडवान की पूर्व सरपंच निर्मला देवी की अगुवाई में महिलाओं का जत्था खाद्य सामग्री के साथ दिल्ली बाॅर्डर के लिए रवाना हुआ। रवाना होने से पूर्व महिलाओं ने सरकार के खिलाफ रोष प्रदर्शन किया और दिल्ली जीतकर लौटने का संकल्प लिया। साथ ही कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो वे अपने साथ बच्चों व पशुओं को भी बाॅर्डर पर लेकर जाएंगे। प्रदर्शन के बाद महिलाओं को लेकर निर्मला देवी खुद ट्रैक्टर चलाकर टिकरी बार्डर के लिए निकली। उनके साथ खाद्य सामग्री से भरे वाहन भी बार्डर के लिए निकले। इस अवसर पर संतरों, बाला, रामरति, सुनीता, नीलम, पिंकी, संतोष, कमला, रोशनी, रेणु, राजकरण पंच, सत्यवान शास्त्री, अधिवक्ता संजीव तक्षक, वीरेंद्र डूडी, धर्मेंद्र मौजूद थे।
‘गरीब किसान को रुलाने का अंजाम जल्द आएगा सामने’
बाढड़ा (निस) : श्योराण खाप पच्चीस ने शनिवार को क्षेत्र के अलग-अलग 10 गांवों से किसानों के जत्थे दिल्ली के टीकरी बाॅर्डर के लिए रवाना किए। उनको अगले एक सप्ताह तक वहीं रहकर आंदोलन में सहयोग देने के दिशानिर्देश दिये। श्योराण खाप पच्चीस अध्यक्ष बिजेन्द्र बेरला ने गांव हंसावास व बेरला समेत अन्य गांवों से किसानों के जत्थे को रवाना किया और कहा कि केंद्र सरकार को हठधर्मिता त्याग करना होगा और हमें एकजुटता से संघर्ष करना होगा। भाजपा सरकार ने गरीब किसान को रुलाया है, जिसका अंजाम जल्दी है उसके सामने आ जायेगा।
‘सरकार ने नहीं की सकारात्मक बातचीत’
कनीना (निस) : गांवों से किसानों का जत्था दल-बल के साथ शहजहांपुर बॉर्डर के लिये कूच कर गया। 2 गाड़ियों में आटा, चीनी, चायपत्ती, केला, दूध, दाल, चावल, अदरक, गुड़ समेत अन्य खाद्य सामग्री लेकर 12 किसान छितरोली गांव से रवाना हुए हैं। उन्होंने कहा कि करीब 3 माह के लंबे संघर्ष के बाद भी सरकार ने किसानों के साथ सकारात्मक वार्ता नहीं की है। किसान हितैषी कही जाने वाली सरकार किसान विरोधी साबित हो रही है। नरेंद्र शास्त्री ने कहा कि सरकार किसानों को एमएसपी कानून की गारंटी दे। जिससे किसानों का भला हो सके।