रोहतक 2 जून (हप्र)
बाबा मस्तनाथ विश्वविद्यालय के फीजियोथेरेपी विभाग द्वारा वर्चुअल इंटरनेशनल वेबिनार का आयोजन किया गया। इस वेबिनार का मुख्य विषय चलो कोरोना महामारी के ऊपर संयुक्त प्रयास से विजय प्राप्त करें था। इस इंटरनेशनल वेबीनार में लगभग 10 देशों के 772 डॉक्टर्स, फीजियोथैरेपिस्ट, शिक्षाविद और मेडिकल स्टूडेंट्स ने भाग लिया। वेबिनार की मुख्य वक्ता डॉ. रजनी मलिक, रजिस्ट्रार हरियाणा फीजियोथेरेपी कौंसिल ने कोविड के बाद की विषमताओं को फीजियोथेरेपी द्वारा समाधान और बचाव कैसे करना है इसके बारे में अपने विचार व्यक्त किए।
बाबा मस्तनाथ विश्वविद्यालय की अधिष्ठता प्रशासन अंजना राव ने कहा कि कोरोना या किसी अन्य बीमारी से ग्रसित होने पर जब तक हमारा मन अंदर से मजबूत नहीं होगा तब तक कोई औषधि फायदा नहीं करेगी। इसलिए हमें अध्यात्म का सहारा लेकर अपने मन को अंदर से मजबूत बनाना होगा। विश्वविद्यालय के कुलसचिव एवं शैक्षणिक अधिष्ठाता प्रो. सतीश चंद्र शर्मा ने कहा कि कोरोना महामारी से लड़ने के लिए मानसिक रूप से अधिक से अधिक मजबूत होना होगा।
वेबिनार में वक्ता के रूप में उटिका कॉलेज न्यूयॉर्क, संयुक्त राष्ट्र से जुड़ी डॉ. साक्षी नांदल ने सयुंक्त राष्ट्र और अन्य अन्य देशों में कोरोना के बाद शुरू हुए बदलावों के विषय पर चर्चा करते हुए भविष्य में संभावित समाधान बताये।
कार्यक्रम के संयोजक डॉ. नवदीप बिसला ने बताया कि कोरोना महामारी के कारण बुजुर्ग, युवक, महिलाएं सभी घरों में कैद होकर रह गए हैं। व्यायाम को अपनी दिनचर्या में शामिल कर सभी स्वस्थ और नीरोग जीवन जी सकते हैं।
वेबिनार आयोजन में डॉ. सोनिया सरोहा (डिप्टी डीन), डॉ. प्रीति लठवाल, डॉ. ज्योति रानी, डॉ. प्रीति सांगवान, डॉ. सोनम बिसला, डॉ. सुमन और सह संयोजक डॉ. मनोज सैनी का योगदान रहा। वेबिनार के संचालन में आईटी हेड इंद्रप्रीत, हरीश और संदीप शर्मा का विशेष सहयोग रहा।