तरुण जैन/हप्र
रेवाड़ी, 9 जुलाई
दो दिन पूर्व नगर के सेक्टर-4 स्थित एक कंपनी के सीईओ के घर से दिनदहाड़े 6.70 लाख रुपये लूटने वाले नकाबपोश बदमाशों से मुकाबला करने वाली जिस ‘बहादुर’ बेटी के गुणगान में कशीदें पढ़े गए थे, उसकी असलियत उजागर होने पर सभी हतप्रभ रह गए। डकैती की पूरी कहानी झूठी निकली। इस साजिश में खुद सीईओ की बेटी शामिल थी और कथित नकाबपोश बदमाश कोई और नहीं उसका बॉयफ्रेंड था। इस प्रकरण में अब एक नई कहानी यह भी सामने आई है कि बॉयफ्रेंड द्वारा ब्लैकमेल करने पर लडक़ी ने यह नगदी उसे दी थी। आरोपी बॉयफ्रेंड ने पुलिस को गिरफ्तार कर नगदी बरामद कर ली है।
गौरतलब है कि शुक्रवार की दोपहर को सीईओ महेश कुमार के घर में मौजूद अकेली बेटी शालू पर दो नकाबपोश बदमाशों द्वारा पिस्तौल की बट मारकर 6.70 लाख रुपये लूट की शिकायत दर्ज कराई गई थी। पुलिस ने ताबड़तोड़ कार्रवाई करते हुए बदमाशों का सुराग निकालने के लिए सीआईए की 3 टीमें बनाई थी। पुलिस ने 48 घंटों में इस डकैती की गुत्थी को सुलझा लिया।
डीएसपी नरेंद्र सांगवान ने रविवार को अपने कार्यालय में बुलाए पत्रकार सम्मेलन में उक्त लूट का पूरा खुलासा करते हुए कहा कि एक साल पहले 2022 में 20 वर्षीय शालू की दोस्ती इंस्टाग्राम पर संस्कार से हुई थी। दोनों के बीच काफी लंबी बातचीत होती थी और कई बार मिले भी थे। उन्होंने कहा कि कुछ दिन से संस्कार नशे के लिए शालू पर रुपये देने का दबाव बना रहा था। साथ ही परिवार के सामने फ्रेंडशिप उजागर कर बदनाम करने की धमकी भी दे रहा था। जिससे लडक़ी घबरा गई और उसने उक्त डकैती की कहानी अंजाम दिया। जिसके चलते 7 जुलाई को शालू ने उसने अपने घर के पास उसे बुलाया और घर के पीछे जाकर एक पॉलीथिन में 5 लाख रुपए उसे दे दिए। उन्होंने कहा कि सीईओ महेश कुमार व उसकी अध्यापिका पत्नी घर पर नहीं थे और बेटा स्कूल गया हुआ था। उन्होंने कहा कि वारदात को सच साबित करने के लिए शालू ने सिर व हाथ पर लगी चोट दिखाई। जबकि उसने अपने हाथ पर खुद ब्लेड से वार किया था और सिर दीवार में मारकर चोट पहुंचाई थी। पुलिस ने आरोपी बॉयफ्रेंड को गिरफ्तार कर लिया है। उसकी पहचान रेवाड़ी के मयूर विहार के युवक संस्कार के रूप में हुई है। उसने चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी से बीसीए की पढ़ाई की है। पढ़ाई के दौरान ही वह नशा करने लग गया था। उन्होंने कहा कि संस्कार की धमकी और डर के कारण शालू ने रुपये दे दिए और झूठी कहानी पुलिस को बता दी। उन्होंने कहा कि मॉडल टाउन थाना पुलिस ने उस वक्त डकैती सहित विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज किया था, जिसे अब धारा 384 में बदल दिया गया है। क्योंकि आरोपी ने लडक़ी पर जबरन दबाव बनाकर पैसे वसूले थे।