सोनीपत, 22 नवंबर (निस)
पूर्व विधायक सुखबीर फरमाणा ने तीन कृषि कानूनों को वापस लिए जाने के निर्णय को किसानों की बड़ी जीत बताया और कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा व राज्यसभा सांसद दीपेंद्र हुड्डा किसानों की लड़ाई लड़ते आ रहे हैं और सरकार पर दबाव बनाने का कोई मौका नहीं छोड़ा। दोनों नेताओं ने हमेशा विधानसभा व संसद में किसानों की आवाज को बुलंद किया है। सांसद दीपेंद्र हुड्डा तो किसानों के हक के लिए जेल में भी गए।
कांग्रेस नेता सुखबीर फरमाणा ने कहा किसानों के पवित्र आंदोलन की जीत का बड़ा कारण किसानों की एकता रहा, जिसे सरकार खूब कोशिश करके भी तोड़ नहीं पाई। किसानों को खूब भला-बुरा कहा गया और उन पर अत्याचार किए गए, मगर किसान अडिग रहे। अब सरकार को किसानों की बाकी मांगें भी मान लेनी चाहिए, ताकि वे अपने-अपने घरों को लौटकर परिवारों व खेतों को संभाल सकें। सुखबीर फरमाणा ने कहा कि देश में इस समय अफरा-तफरी का माहौल है, क्योंकि सरकार अपना विश्वास खो चुकी है।
‘प्रदेश में भर्तियों में रिश्वतखोरी’
सुखबीर फरमाणा ने कहा कि जहां तक प्रदेश सरकार का सवाल है तो प्रदेश में गठबंधन सरकार हर मोर्चे पर फेल हो चुकी है। यहां बेरोजगारी के बढ़ते ग्राफ के बीच भर्तियों में रिश्वतखोरी आए दिन उजागर हो रही है। इस सरकार से दु:खी प्रदेश की जनता फिर हुड्डा सरकार को याद कर रही है।