स्वदेशी से पूरा होगा विकसित भारत का संकल्प: अरविंद शर्मा
सहकारिता, कारागार, निर्वाचन, विरासत व पर्यटन मंत्री डॉ अरविंद शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश औद्योगिक शक्ति बनने की तरफ बढ़ रहा है। देश को 5 ट्रिलियन अर्थव्यवस्था के तौर पर स्थापित करने की दिशा में स्वदेशी उत्पादों का नियमित इस्तेमाल करना क्रांतिकारी बदलाव साबित होगा। उन्होंने कहा कि इस लक्ष्य के लिए उपभोक्ताओं से लेकर उद्यमियों, निवेशकों और नीति निर्माताओं को एकजुटता दिखानी होगी, तभी वैश्विक स्तर पर भारत अधिक मजबूत होगा।
रविवार को सहकारिता मंत्री डॉ. अरविंद शर्मा ने नयी दिल्ली में भारत मण्डपम में भारत ग्लोबल इंडस्ट्रीज फोरम के तत्वावधान में आयोजित भारत को औद्योगिक हब बनाने के संकल्प पर कॉन्क्लेव में विशिष्ट अतिथि के तौर पर शिरकत की। अखिल भारतीय सम्पर्क प्रमुख रामलाल, स्वदेशी जागरण मंच के राष्ट्रीय संयोजक आर सुंदरम समेत विशिष्ट गणमान्यों की उपस्थिति में आयोजित कॉन्क्लेव को संबोधित करते हुए सहकारिता मंत्री डॉ अरविंद शर्मा ने कहा कि आज का भारत बदल रहा है। आज का भारत देश विरोधी ताकतों को सबक सिखाने से लेकर वैश्विक मंच पर किसी भी अवरोध का मजबूती से जवाब देता है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में हुए इस बदलाव की ताकत देश की जनता-जनार्दन है।
भारत आज एक नए युग की दहलीज पर खड़ा है। हम केवल एक शक्ति उपभोक्ता बाजार नहीं, बल्कि एक वैश्विक औद्योगिक शक्ति के रूप में उभर रहा है। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ और स्वदेशी जागरण मंच का बड़ा योगदान इस विचार को जन-जन तक पहुंचाने में है कि औद्योगिक विकास तभी सार्थक है, जब वह स्वदेशी, आत्मनिर्भर और समावेशी हो।
कैबिनेट मंत्री डॉ अरविंद शर्मा ने कहा कि बड़े उद्योग हमारी अर्थव्यवस्था की रीढ़ है, लेकिन इसकी असली शक्ति तभी है, जब वे छोटे व मध्यम उद्योगों को भी अपने साथ लेकर चलें। बड़े उद्योग अगर अपने आपूर्ति तंत्र में एमएसएमई और छोटे उद्यमों को जोड़ते हैं तो उसका सीधा लाभ लाखों युवाओं, किसानों व स्थानीय उद्यमियों को मिलता है, यही मॉडल भारत को दीर्घकालिक औद्योगिक मजबूती देता है। इस अवसर पर स्वदेशी जागरण मंच के राष्ट्रीय सह संयोजक डॉ अश्वनि महाजन, राज्यसभा सांसद विक्रमजीत साहनी, अखिल भारतीय सह संघटक एम सतीश कुमार, सोनालिका ट्रेक्टर्स के उपाध्यक्ष डॉ अमृत सागर मित्तल, एसएलआर मेटालिंक्स के प्रबन्ध निदेशक राजकुमार गोयल, हल्दीराम के उपाध्यक्ष मधुसूदन अग्रवाल, नीति आयोग सदस्य अश्वनि जौहर, सिद्धार्थ शर्मा समेत बड़ी संख्या में उद्यमी, निवेशक, नीति निर्माण कर्ता, विदेशी प्रतिनिधिमंडल उपस्थित रहे।