कुरुक्षेत्र, 15 नवंबर (हप्र)
श्री ब्राह्मण एवं तीर्थोद्धार सभा ने ब्रह्मसरोवर में प्रस्तावित नौका विहार योजना को रद्द करने की मांग को लेकर सोमवार को उपायुक्त मुकुल कुमार को राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय के नाम ज्ञापन सौंपा।
राज्यपाल जो कि कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड के चेयरमैन भी हैं, को भेजे ज्ञापन में कहा गया है कि कुरुक्षेत्र स्थित ब्रह्मसरोवर विश्व प्रसिद्ध धार्मिक स्थल है और करोड़ों हिंदुओं और सनातन धर्म प्रेमियों की आस्था इससे जुड़ी हुई है।
सभा को पता चला है कि कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड पर्यटन विभाग के साथ मिलकर ब्रह्मसरोवर में सैर-सपाटे के लिए नौका विहार योजना शुरू करने जा रहा है। महामहिम राज्यपाल से अपील की गई है कि वे इस धर्मविरोधी नौका विहार योजना को स्वीकृति प्रदान न करके सनातन परंपरा को जीवित रखें। सभा ने मांग की है कि कुरुक्षेत्र का विकास तीर्थाटन की दृष्टि से किया जाना चाहिए न कि पर्यटन की दृष्टि से। ज्ञापन में यह भी कहा गया है कि इस नौका विहार योजना के शुरू होने से करोड़ों सनातन धर्म प्रेमियों व तीर्थ की गरिमा को ठेस पहुंचेगी।
सभा ने ज्ञापन में महामहिम से आशा की है कि वे इस प्रस्तावित परियोजना को स्वीकृति प्रदान नहीं करेंगे। किसी पवित्र तीर्थ में नौका विहार की परंपरा नहीं है। ज्ञापन सौंपने के पश्चात मीडिया कर्मियों से वार्तालाप करते हुए जयनारायण शर्मा तथा पवन शर्मा पौनी ने कहा कि सभा किसी भी कीमत पर नौका विहार योजना को लागू नहीं होने देगी।
सभा के प्रधान पंडित पवन शर्मा पौनी की अध्यक्षता में उपायुक्त को ज्ञापन देने वाले शिष्टमंडल में सभा के मुख्य सलाहकार एवं कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड के सदस्य जयनारायण शर्मा, प्रधान महासचिव रामपाल शर्मा, उपप्रधान नितिन भारद्वाज लाली, पृथ्वीनाथ गौतम, मनोज कौशिक, विश्वकांत शर्मा, मुकेश जोशी, प्रोफेसर खगेश गौतम, बृजमोहन भार्गव, राजीव अच्चू स्वामी और राजकुमार काला शामिल थे।