अम्बाला शहर (हप्र) : गीता जयंती शोभायात्रा ने पूरे नगर को भक्ति भाव के रस में डुबोने का काम किया वहीं अम्बाला मंडलायुक्त रेणू एस फूलिया ने कहा कि हजारों वर्ष पहले भगवान श्री कृष्ण ने गीता का जो संदेश दिया था उसकी सार्थकता आज भी उतनी ही है। मंडलायुक्त आज जिला स्तरीय गीता जयंती महोत्सव के तीसरे एवं अंतिम दिन उपस्थित लोगों को बतौर मुख्यातिथि सम्बोधित कर रही थीं। मंडलायुक्त ने प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि मंडलायुक्त रेणू एस फूलिया व विशिष्ट अतिथि जजपा के ग्रामीण अध्यक्ष दलबीर सिंह पूनिया को अतिरिक्त उपायुक्त सचिन गुप्ता, सीईओ जिला परिषद जगदीप ढांडा व आरटीए गौरी मिड्डा ने स्मृति चिन्ह, श्रीमदभगवदगीता व शाल देकर सम्मानित किया। उन्होंने शोभायात्रा को झंडी दिखाकर रवाना किया। इसमें जीयो गीता सहित विभिन्न विभागों, विभिन्न धार्मिक और सामाजिक संस्थाओं द्वारा झांकियां तैयार की गयी। शोभायात्रा शांति देवी धर्मशाला, बस्ती राम बाजार, सर्राफा बाजार, कोतवाली बाजार, तंदूरा बाजार, पुरानी अनाज मंडी, पुरानी सब्जी मंडी, जगाधरी गेट से होते हुए रामबाग मैदान पर सम्पन्न हुई।
उपनिषदों का सार है गीता : अनुभवानंद
श्री वृंदावन भक्तिधाम हाउसिंग बोर्ड सेक्टर-9 में गीता जयंती महोत्सव डॉ. स्वामी अनुभवानंद गिरी की अध्यक्षता में मनाया गया। इसमें शशि नंदरा, सुरेन्द्र सूद एवं अशोक गर्ग जिन्हें सम्पूर्ण गीता कंठस्थ थी, को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया एवं लगभग 80 बच्चों एवं भक्तों ने गीता जी के अनेक अध्यायों से स्मरण किए गए श्लोकों का उच्चारण किया उन्हें भी पुरस्कृत किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ श्री अनंत प्रेेममंदिर की परमाध्यक्षा गीता देवी एवं श्री कबीर जन कल्याण सेवा आश्रम के आचार्य सनातन चैतन्य द्वारा दीप प्रज्वलन से हुआ। श्लोकोचारण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस अवसर पर डॉ. स्वामी अनुभवानंद ने कहा कि वेदों का सार है उपनिषद् और उपनिषदों का सार है श्रीमदभगवदगीता।