हमीदा हेड के पास नौ एकड़ जमीन में विकसित होगा पार्क
सुरेंद्र मेहता/ हप्र
यमुनानगर, 27 मार्च
हमीदा हेड के पास दलदल हो चुकी जिस जमीन में कचरा डंप हो रहा था, अब वहां हरा-भरा व सुगंधित वातावरण होगा। न तो अब यहां अवैध कब्जे हो सकेंगे और न ही यहां गंदगी फैलेगी। नगर निगम द्वारा यहां करीब नौ एकड़ जमीन में हरा-भरा पार्क विकसित किया जाएगा। निगम की ओर इस प्रोजेक्ट पर लगभग छह करोड़ 13 लाख रुपये खर्च किए जाएंगे। यह जानकारी नगर निगम आयुक्त आयुष सिन्हा ने दी।
उन्होंने बताया कि पार्क में सैर करने के लिए करीब दो किमी लंबा वाकिंग ट्रैक होगा। लगभग 1.8 मीटर चौड़े वाकिंग ट्रैक पर लोग सैर कर सकेंगे। बच्चों के लिए झूलों के अतिरिक्त प्ले ग्राउंड भी होगा। चार गजीबो (हट) बनाई जाएंगी ताकि लोग परिवार के साथ यहां पर बैठकर आपस में आनंद ले सकें। पार्क में हरियाली से हरा भरा व फूलों से सुगंधित वातावरण होगा। पेयजल, ओपन जिम, इलेक्ट्रिक रूम, हाईमास्ट लाइट, गार्ड रूम के अलावा महिला, पुरुष के लिए दो स्थानों पर शौचालय भी बनाए जाएंगे।
बता दें कि हमीदा हेड के पास पश्चिमी यमुना नहर से सटी यह जमीन पहले दलदली थी। इसमें कचरा डाला जा रहा था। जमीन पर क्षेत्र के लोग अवैध कब्जे करने का भी प्रयास कर चुके हैं, जिसको देखते हुए निगम की ओर से निशानदेही कर पिल्लर लगाए गए थे। नगर निगम द्वारा तैयार की गई डीपीआर के तहत पुराना हमीदा की तरफ से अवैध कब्जे रोकने के लिए करीब पांच फीट ऊंची दीवार बनाई जाएगी। इसके बाद यहां पर मिट्टी से भराव कराया जाएगा। इसके बाद पार्क का निर्माण शुरू कराया जाएगा।
निगम आयुक्त बोले
निगम आयुक्त आयुष सिन्हा ने बताया कि इस जमीन पर सुंदर और हरा-भरा पार्क बनाया जाएगा, जिसमें 1.8 मीटर चौड़ा व दो किलोमीटर लंबा वाकिंग ट्रैक होगा। इस पर पार्क में आने वाले लोग सैर कर सकेंगे। लैंड स्केपिंग कराई जाएगी। पूरे पार्क में हरा घास लगाया जाएगा। बच्चों के लिए झूले, प्ले ग्राउंड, ओपन जिम बनाई जाएगी। परिवार के साथ लोगों के बैठने के लिए पार्क में कुछ कुछ दूरी पर चार गजीबो (हट) बनाई जाएंगी। पेयजल के लिए नल लगेंगे। सिंचाई के लिए विभिन्न स्थानों पर नल लगाए जाएंगे। महिला व पुरुषों के लिए अलग अलग शौचालय बनाए जाएंगे। पार्क में हाईमास्ट लाइट से लाइटिंग की भी सुंदर व्यवस्था होगी ताकि रात व अलसुबह के समय भी लोग पार्क में सैर व व्यायाम कर सकें। अलग से इलेक्ट्रिक रूम व गार्ड रूम होगा। पार्क में बैठने के लिए जगह-जगह बेंच में लगाए जाएंगे, जहां वरिष्ठ नागरिक बैठकर आराम कर सकें।