भिवानी, 16 अप्रैल (हप्र)
बिजली विभाग में ‘आरएपीडीआरपी’ सिस्टम लागू होने के बाद से उपभोक्ताओं को दिन प्रतिदिन नयी-नयी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। न तो समय पर बिल मिल रहे हैं और न ही गलत बिल समय पर ठीक हो रहे हैं। विभाग द्वारा सभी मीटरों के अकाउंट नंबर बदल दिए गए हैं, जिससे बिल भरने में बहुत असुविधा हो रही है। विभाग द्वारा घरों तक बिल नहीं पहुचाए जा रहे।
बिलों में कई प्रकार के चार्ज भी लगाये जा रहे हैं। कार्यालय में पूछताछ करने पर एसीडी चार्ज बताया जाता है, लेकिन इस चार्ज के बारे में समझाने में कर्मचारी असमर्थ हैं। यहां बता दें कि विभाग द्वारा मीटर रीडिंग लेने, बिल बांटने व कैश लेने वाले प्राइवेट कर्मचारी हैं और उनकी कोई जवाबदेही नहीं है।
कर्मचारियों ने जताया था विरोध : धर्मबीर भाटी
इस बारे में जब ऑल हरियाणा कार्पोरेशन वर्कर्स यूनियन के ऑडिटर धर्मबीर भाटी से बात की गई तो उन्होंने बताया कि यूनियन ने आरएपीडीआरपी सिस्टम का शुरू से विरोध जताया था। यूनियन ने कहा था कि इस सिस्टम से आम उपभोक्ताओं की परेशानियां बढ़ेंगी, लेकिन किसी अधिकारी व सरकार ने नहीं सुनी।
आरएपीडीआरपी जनता के हित में नहीं : कुलदीप शर्मा
आजाद सेना के संस्थापक अध्यक्ष एवं अधिवक्ता कुलदीप शर्मा ने कहा कि आरएपीडीआरपी जनता के हित में नहीं है। उन्होंने कहा, सरकार का कार्य जनहित के कार्य करना होता है न कि आमजन को परेशान करना, परन्तु सरकार विभिन्न महकमों में अलग-अलग कानून बनाकर आम जनता को परेशान कर रही है। यदि सरकार ने यह मनमाने नियम वापिस नहीं लिये तो चुनाव में इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा।