सात में से केवल 2 ट्यूबवैल चालू हालत में मिलने पर भड़के मेयर
राजीव जैन अपने साथ पार्षद हरि सैनी को लेकर मुरथल स्थित जलघर पहुंचे। वहां पर पाया कि ट्यूबवैलों की हालत दयनीय है। इलेक्ट्रिक पैनल बॉक्स टूटे पड़े हैं, पैनल बॉक्स में न मीटर लगे हैं और फ्यूज की तारें भी जर्जर हाल हैं। दो वर्षों से नया ट्रांसफार्मर रखा हुआ है पर उसके कनेक्शन आज तक नहीं जुड़े जिसके कारण ट्यूबवैल नहीं चल पा रहे हैं। इसी तरह दो 40 हॉर्स पावर मोटर के स्टार्टर नहीं थे।
बता दें कि पुराने समय में पूरे शहर की पेयजल आपूर्ति मुरथल से हुआ करती थी। अब मुरथल जीटी रोड के आसपास की कॉलोनियों और शहर के बूस्टिंग स्टेशनों पर पानी ट्यूबवैलों से जाता है। विशेषकर जब बरसात की दिनों में जाजल रेनीवेल में समस्या हो जाती हैं तो शहर की पेयजल आपूर्ति पूरी तरह से मुरथल के डीप ट्यूबवैल पर निर्भर हो जाती है।
मेयर राजीव जैन ने कहा की समस्या आने पर समाधान खोजने का कोई अर्थ नहीं है इसलिए सभी ट्यूबवैल शुरू होने चाहिए। नगर निगम अधिकारियों को सारी व्यवस्थाएं ठीक करने तथा ट्यूबवैलों पर लाइट न हो तो जनरेटर की व्यवस्था भी करने के निर्देश दिए। उन्होंने ट्यूबवैल चलाने की लॉग बुक भी चेक की तो पाया कि वर्ष 2021 के बाद ट्यूबवैल चलाने का रिकॉर्ड भी नहीं रखा जा रहा था। उन्होंने रोजाना लॉग बुक भरने के भी निर्देश दिए ताकि पता चल सके की कितने घंटे ट्यूबवैल चले हैं।