फरीदाबाद, 6 अक्तूबर (हप्र)
नामी कंपनी में नौकरी का झांसा देकर युवाओं से रुपये हड़पने के फर्जी काल सेंटर चलाने का मास्टरमाइंड चंपारण बिहार में छिपा है। साइबर थाना पुलिस ने मंगलवार को ऐसे ही एक काल सेंटर का पर्दाफाश करते हुए छह आरोपियों को गिरफ्तार किया था। इनमें त्रिदीव, दिवाकर, निखिल और वेदप्रकाश को पुलिस ने मंगलवार को ही अदालत में पेश कर जेल भेज दिया था। बुधवार को अखिलेश और अभिषेक नाम के आरोपियों को भी जेल भेज दिया गया। आरोपियों ने फरीदाबाद निवासी युवक को टाटा कंपनी में नौकरी लगवाने का झांसा देकर 1.35 लाख रुपये हड़पे थे। इस मामले की जांच करते हुए पुलिस आरोपियों तक पहुंची। इनके विभिन्न खातों में 1.80 करोड़ रुपये के लेन-देन की पुलिस को जानकारी मिली।
साइबर थाना प्रभारी बसंत कुमार के मुताबिक आरोपियों से पूछताछ में पता चला है कि इस पूरे खेल का मास्टरमाइंड सुमंत नाम का युवक है। सुमंत चंपारण बिहार का रहने वाला है। वहीं से छिपकर वह फर्जी काल सेंटर संचालित कराता है। फर्जी काल सेंटर चलाने के लिए वेबसाइट और जरूरी डाटा सुमंत ही उपलब्ध कराता है। दिल्ली-एनसीआर सहित अन्य जगह उसके पांच काल सेंटर की जानकारी साइबर थाना पुलिस को मिली। इनमें नोएडा, देहरादून व दिल्ली में काल सेंटर चल रहे थे। पुलिस की छापेमारी के बाद सभी संचालक काल सेंटर बंद कर फरार हो गए। साइबर थाना पुलिस का कहना है कि अब सुमंत उनका टारगेट है। जल्द ही उसे दबोच लिया जाएगा।